– लॉ के बाद बीएड, कंप्यूटर, मैनेजमेंट और सीएनडी पर भी आफत
– लॉ में शून्य सत्र की नौबत, बीएड में एफीलिएटिंग बॉडी का झमेला
पूर्णिया. पूर्णिया विवि में सभी वोकेशनल कोर्सेस पर तकनीकी संकट गहराता जा रहा है. पूर्णिया विवि के अधीन कॉलेजों में विधि की पढ़ाई के बाद अब बीएड, कंप्यूटर, मैनेजमेंट और सीएनडी पर भी आफत आ गयी है. दरअसल, तकनीकी कारणों से संबद्ध महाविद्यालयों में पूर्व से संचालित विधि कोर्स में अब शून्य सत्र की स्थिति कायम हो गयी है. इससे अभी तक पूर्णिया विवि उबर भी नहीं पाया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) की नयी गाइडलाइन ने बखेड़ा कर दिया है. एआइसीटीइ की नयी गाइडलाइन में कंप्यूटर और मैनेजमेंट कोर्स के संचालन के लिए एआइसीटीइ की स्वीकृति आवश्यक है. इस स्वीकृति के लिए सभी संस्थानों को नियमों के अनुरूप भौतिक और मानव संसाधन दर्शाना है. फिलहाल, पूर्णिया विवि इसपर विचार कर रहा है. तबतक सत्र 2024-27 में वोकेशनल कोर्स के नामांकन में विलंब किया जा रहा है. इसी प्रकार से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के पोर्टल की एफीलिएटिंग बॉडी में अभी भी पैतृक विवि बीएनएमयू का ही नाम चल रहा है. पूर्णिया विवि का एफीलिएटिंग बॉडी में नाम दर्ज कराने को लेकर सीमांचल के सभी 10 बीएड कॉलेज के छात्र-छात्रा कई बार विवि प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करा चुके हैं. इन छात्रों को अपनी डिग्री की वैधानिकता का डर सता रहा है. इस संबंध में डीन छात्र कल्याण प्रो. मरगूब आलम ने बताया कि राज्य सरकार ने वोकेशनल कोर्स संचालित करने के लिए एआइसीटीइ की मान्यता प्राप्त करने का निर्देश दिया है. इस आलोक में संबंधित संस्थानों की ओर से एआइसीटीइ में विहित प्रक्रिया के तहत आवेदन किया गया है. राज्य सरकार को आवेदन की जानकारी देते हुए मान्यता की प्रत्याशा में वोकेशनल कोर्स में नामांकन लेने की अनुमति देने का अनुरोध राज्य सरकार से किया गया है. डीन छात्र कल्याण प्रो. मरगूब आलम ने बताया कि बीएड मामले में एनसीटीइ पोर्टल पर पूर्णिया विवि का एफीलिएटिंग बॉडी में नाम दर्ज कराने के लिए पूर्णिया विवि पहल कर रहा है. उन्होंने बताया कि लॉ कॉलेजों को बार कौंसिल से स्वीकृति मिलने के बाद ही विधि का सत्र पुन: प्रारंभ किया जायेगा.
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