कोलकाता.
देश बचाओ गण मंच की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को ज्ञापन देकर भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. मंच की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाया गया है कि चार अप्रैल को कोलकाता से प्रकाशित कुछ बांग्ला अखबारों में भारतीय जनता पार्टी का एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ है. उक्त विज्ञापन का मूल उद्देश्य पश्चिम बंगाल में हो रहे चुनाव में विभाजन की राजनीति करना है, ताकि समाज का भाईचारा खतरे में पड़े और सांप्रदायिक एकता प्रभावित हो. ऐसा राज्य में हुए पहले चरण के मतदान के बाद से ही हो रहा है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के नेता सांप्रदायिक विभाजन की राजनीति कर रहे हैं. चार मई को प्रकाशित विज्ञापन इसी कड़ी का हिस्सा था. चुनाव में अपनी हार होती देख, भाजपा इस तरह का रास्ता अख्तियार कर रही है. यही वजह है कि विज्ञापन प्रकाशित करने वाले लोग छोटे अक्षरों में अपना नाम उजागर कर रहे हैं, ताकि उनकी पहचान सामने नहीं आये. मंच का मानना है कि इस तरह का प्रचार भारतीय संविधान व कानून के खिलाफ है. यह एक दंडनीय अपराध है. लिहाजा इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए इस तरह के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गयी है. अगर ऐसा नहीं किया गया, तो देश व राज्य में सांप्रदायिक एकता प्रभावित होगी. इसका असर शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया पर पड़ेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है