दरभंगा. हैलो, मेरी बात अशोक कुमार से हो रही है. हां हो रही है. आपकी पत्नी का नाम मीनू गुप्ता है. आप कौन बोल रहे हैं. मैं सदर थाना का एसएचओ राहुल कुमार बोल रहा हूं. आपका बेटा आदित्य रेप केस में चार दोस्तों के साथ पुलिस कस्टडी में है. लड़की वाले भी थाना पर बैठे हुए हैं. अगर एफआइआर दर्ज होती है तो 10 साल तक जेल की हवा खानी पड़ेगी. डीएसपी साहब भी आने वाले हैं. लड़की वाले मीडिया को भी खबर कर दिया है. वह भी थाना पर पहुंचने वाला है. मैंने कहा सुबह में मेरा बेटा घर पर ही था. उधर से कहा गया कि कुछ देर पहले उसे अरेस्ट कर थाना लाया गया है. मैं आपको आपके बेटे से बात कराता हूं. मुझे लगता है वह दोस्तों के बहकावे में ऐसा काम कर लिया है. मैंने मिन्नत की कि वह ऐसा नहीं है. वह इंजीनियर है व जॉब में है. हां मुझे मालूम है. इसीलिए मैं चाहता हूं कि एफआइआर दर्ज नहीं हो और आपके साथ सेटलमेंट हो जाय. लीजिए पहले अपने बेटे से बात कीजिए. उधर से पीटने और रोने की आवाज आ रही थी. तथाकथित राहुल कुमार कहता है कि आपके बेटे के साथ थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया. इसीलिए मुंह से खून निकल रहा है. फोन पर उं-उं की आवाज आ रही है. राहुल कुमार कहता है कि ज्यादा चोट लगने व मुंह से खून निकलने के कारण बोल नहीं पा रहा हूं. मैंने कहा थाना पहुंच रहा हूं. 10-15 मिनट में थाना पर मिलूंगा. उधर से आवाज आती है नहीं-नहीं मामला और बिगड़ जायेगा. फोन भी डिस्कनेक्ट नहीं करना है, नहीं तो आपके हाथ से अपने बच्चे को बचाने का अंतिम मौका भी जाता रहेगा. दिग्घी निवासी अशोक कुमार के मन में अपने घर पर फोन कर जानकारी प्राप्त करने की व्यग्रता होती है, किंतु दूसरी ओर से फोन कट करने के बाद किसी भी तरह का सेटलमेंट की गुंजाइश नहीं रहने की बात कही जाती है. सेटलमेंट पर चर्चा होने पर दूसरी ओर से 40 हजार की मांग की जा रही है. अशोक कुमार ने अकाउंट में इतनी राशि नहीं होने तथा कैश देने का प्रस्ताव रखते हैं तो दूसरी ओर से ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा जाता है. इस बीच अशोक कुमार को संदेह होता है. उनके मन में यह ख्याल आता है कि हाल ही में इस तरह की घटना अखबारों की सुर्खियों में रही है. वह तथाकथित राहुल कुमार को सदर थाना में आकर पैसा देने का प्रस्ताव रखता है, किंतु दूसरी ओर से ऑनलाइन पेमेंट पर जोड़ दिया जाता है. इसपर अशोक कुमार ने अकाउंट चेक करने के लिए फोन कट करने की बात कहता है तो दूसरी ओर से सख्त मनाही कर फोन पर रहते हुए अकाउंट बैलेंस चेक करने की बात करता है. यह बातें करीब 10 बजे की है. कॉल करने वाला व्यक्ति करीब 5-7 मिनट तक अशोक कुमार को साइबर ठगी का शिकार बनाने का भरसक प्रयास किया. उनसे सेंटीमेंट के साथ खिलवाड़ कर इकलौते बेटे को अरेस्ट करने की बात कही. बाद में ठगी के शिकार का एहसास होते ही अशोक कुमार ने फोन कट कर दिया. दूसरी ओर से लगातार सात मिस कॉल किया गया. इस कारण से अशोक कुमार ने अपने घर की स्थिति का पता नहीं लगा पाया. हालांकि ऐसे ही मिस कॉल आना बंद हुआ. उन्होंने घर फोन किया तो पता चला कि उनके बेटा घर पर ही है. इसके बाद भी साइबर ठग का फोन आया, किंतु तबतक सारा मामला साफ हो चुका था. अशोक कुमार ने कड़ी शब्दों में चेतावनी देते हुए फोन को कट कर दिया.
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