वरीय संवाददाता, भागलपुरनाथनगर क्षेत्र के वार्ड पांच स्थित मोमीन टोला में डीप बोरिंग से पानी कम निकल रहा है. लोगों की शिकायत पर शनिवार को निगम की तकनीकी टीम ने निरीक्षण किया और इसको दुरुस्त करने के लिए कार्ययोजना तैयार की है. इस बोरिंग में समर्सिबल के साथ बोरवेल में नये सिरे से पाइप डाला जायेगा. इसके लिए प्राक्कलन तैयार किया जा रहा है. इसकी स्वीकृति मिलने के बाद जल-कल शाखा की टीम कार्य शुरू कर देगी. दरअसल, भू-गर्भ जलस्तर गिरने के कारण कम प्रेशर में पानी निकल रहा था. इसके साथ बालू व मिट्टी मिश्रित पानी निकलने की समस्या थी. 28 अप्रैल को डीप बोरिंग पूरी तरह से ठप हो गया था लेकिन, अब इसमें लगा पुराना वीटी पंप को अब बदलने की नौबत आ गयी है. इधर, पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलने से लोग परेशान हैं. मोमीन टोला घनी आबादी वाला क्षेत्र है. बुनकर बाहुल्य वाले क्षेत्र में पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. निगम द्वारा टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है. लेकिन, इससे कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है. पांच हजार की आबादी पर टैंकर का पानी नाकाफी है. बरहपुरा ईदगाह मैदान में
जलमीनार बनाने का काम शुरू करने का निर्देश
बरहपुरा के ईदगाह मैदान में जलमीनार का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा. जलमीनार बनने के उपरांत पेयजल संकट दूर होगी. बुडको के परियोजना निदेशक ने कार्य एजेंसी केसीपीएल ज्वाइंट वेंचर वीआरएस के प्रोजेक्ट मैनेजर को निर्देशित किया है कि वार्ड नंबर 33 के पार्षद से समन्वय स्थापित कर अनापत्ति प्रमाण पत्र में दर्शाए गए जगह पर जलमीनार का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करें. निर्माण कार्य शुरू करने में किसी अन्य के द्वारा बाधा उत्पन्न किया जाता है तो संबंधित को सूचित करें. ताकि उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सके. उन्हें इस बात से भी अवगत कराया गया कि वह स्वयं, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि व उप परियोजना निदेशक के साथ बरहपुरा ईदगाह मैदान के पश्चित-उत्तर कोने में जलमीनार निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण किया है. इस दौरान वार्ड पार्षद के प्रतिनिधि व अन्य मुहल्ले वासियाें द्वारा आश्वस्त कराया गया है कि जलमीनार का निर्माण कार्य इस स्थल पर किया जाना है. उक्त स्थल पर जलमीनार निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी निर्गत किया गया है.ईदगाह की जमीन निगम को बोरिंग व जलमीनार बनाने के लिए की गयी है दान
मुस्लिम एसोसिएशन के सचिव द्वारा यह प्रतिवेदित किया गया है कि उक्त स्थल ईदगाह की जमीन है. जबकि पार्षद द्वारा यह प्रतिवेदित किया जा रहा है कि उक्त स्थल पर पूर्व से नगर निगम की ओर से बोरिंग व पंप हाउस का निर्माण कराया गया था जो लगभग 50 वर्षों से कार्यान्वित था. ईदगाह की जमीन नगर निगम को बोरिंग व जलमीनार निर्माण के लिए दान की गयी है. स्थल निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि उक्त स्थल की चहारदीवारी एवं बोरिंग का निर्माण पूर्व में कराया गया था जो वर्तमान में क्षतिग्रस्त है. नगर आयुक्त द्वारा 28 मार्च 2018 को एनओसी जारी की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है