पीड़ित लोगों ने कहा, मोजाहिदपुर बिजली ऑफिस से जुड़े इलाके में सबसे ज्यादा कट, रात में नहीं ले पा रहे भरपूर नींद-शहर में भी तीन ट्रांसफॉर्मर और एक फीडर बंद कर कराया मेंटेनेंस कार्य, उमस भरी गर्मी में लोग रहे परेशान-फेज उड़ने पर बनने में लग जाता घंटे-दो घंटे का समय, करनी पड़ती फ्यूज कॉल सेंटर के कर्मचारियों को खुशामद-फॉल्ट व मेंटेनेंस कार्य के लिए बंद रहने वाली बिजली को तीन घंटे में चालू करने के मानक का नहीं हो रहा पालनवरीय संवाददाता, भागलपुर गर्मी पड़नी जब से शुरू हुई है, तभी से भागलपुर शहर में बिजली की निर्बाध आपूर्ति पर ग्रहण लग गया है. बेतहाशा बिजली कट से इस भीषण गर्मी में लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है. कभी लाइन में गड़बड़ी ठीक करने, तो कभी मेंटेंनेंस आदि कार्यों के लिए बिजली काटी जा रही है. बिजली कट में मानक का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी मुख्यालय स्तर से समीक्षा की जायेगी. मुख्यालय के अधिकारी के अनुसार बिजली कट के लिए भी मानक तय किया गया है. कितनी भी गड़बड़ी क्यों न हो, लाइन को तीन घंटे के अंदर चालू करना है. मेंटेनेंस कार्य भी कराना इस तीन घंटे के अंदर पूरा करना है. ट्रांसफॉर्मर जल गया है, तो शहरी क्षेत्र में अधिकतम 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 72 घंटे के अंदर बदलकर बिजली चालू करानी है. इसके अलावा भी कई तरह के मानक तय है. इसका पालन शत-प्रतिशत हो रहा है या नहीं, इसकी समीक्षा की जायेगी. जिस इलाके में मानक का पालन नहीं हो रहा है, वहां के संबंधित इंजीनियरों को जवाब देना होगा. अन्यथा, इसमें कार्रवाई का प्रावधान है. गड़बड़ी पर कार्रवाई की जा सकती है.
बिना सूचना के तीन ट्रांसफॉर्मर व एक फीडर बंद कर किया मेंटेनेंस कार्य, परेशान रहे लोग
शुक्रवार रात शहर का तीन ट्रांसफॉर्मर व एक फीडर बंद रहा. इसको बंद कर मेंटेनेंस कार्य कराया गया. आदमपुर चौक, कोयला घाट, डीआइजी कोठी के ट्रांसफॉर्मर को बंद कर पोल खड़ा करने का काम कराया गया. वहीं, इस काम के लिए भीखनपुर फीडर को भी बंद कर दिया गया था. यह फीडर रात ढाई बजे के करीब चालू हुआ. जबकि, ट्रांसफॉर्मरों से बिजली की सप्लाई सुबह में करायी गयी. इससे लोगों को ऊमस भरी गर्मी में जागकर रात बितानी पड़ी. लोगों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि बिजली बंद रखने की पूर्व में कोई जानकारी नहीं दी गयी है. यह सीधे तौर पर बिजली कंपनी की मनमानी है.मोजाहिदपुर बिजली ऑफिस से जुड़े इलाके की सबसे ज्यादा स्थिति खराब
बिजली आपूर्ति के मामले में सबसे ज्यादा खराब स्थिति अगर है, तो वह मोजाहिदपुर बिजली ऑफिस से जुड़े इलाके की. इस इलाके में तीन फीडर विक्रमशिला, मिरजानहाट व पटल बाबू से बिजली की आपूर्ति होती है. यहां के लोगों का कहना है कि गर्मी के शुरुआत से ही निर्बाध आपूर्ति नहीं हो सकी है. शनिवार दिन में भी अलीगंज पावर सब स्टेशन-2 के पावर ट्रांसफॉर्मर का तेल लीक कर गया और इसको दुरुस्त करने के लिए फीडर को डेढ़ घंटे से अधिक देर तक बंद रखा. वहीं, लाइन में फॉल्ट आने से भी बिजली बंद रही. फेज उड़ने पर फ्यूज कॉल सेंटर के कर्मचारियों की खुशामद करनी पड़ी. बावजूद, इसके फेज बनने में घंटे-दो घंटे का समय लग गया. अलीगंज पावर सब स्टेशन को दो ग्रिड सबौर और जगदीशपुर से मिलने का सोर्स है. फिर भी रात में घंटों बिजली बंद रहती है.भागलपुर शहर की बिजली आपूर्ति की समीक्षा होगी. इसमें देखा जायेगा कि किन-किन कारणों से बिजली बंद रहती है और कितने समय में फॉल्ट को ठीक कर चालू किया जा रहा है. जले ट्रांसफॉर्मर को भी बदलने का एक मानक है. सभी मानकों का हर हाल में पालन होना है.
राज कुमार, चीफ इंजीनियर (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस), एसबीपीडीसीएल, पटनाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है