छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय, जेपीयू के अंतर्गत विभिन्न अंगीभूत व सम्बद्ध कॉलेजों में स्नातक सत्र 2024-28 में नामांकन के लिए जून से ऑनलाइन अप्लाइ शुरू होगा. इस साल भी कॉलेजों में विज्ञान व वाणिज्य के विषयों में नामांकन को लेकर प्रतिस्पर्धा रहेगी. विश्वविद्यालय द्वारा नामांकन हेतु नोटिफिकेशन जारी किये जाने में अभी एक माह का समय है. उसके बावजूद अभी से ही कई कॉलेजों में इंटर उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं नामांकन संबंधित जानकारियां लेने पहुंच रहे हैं. कॉलेजों द्वारा छात्र-छात्राओं को मई के दूसरे सप्ताह से प्रोस्पेक्टस भी उपलब्ध कराया जायेगा. कई कॉलेजों ने नये सत्र के लिए प्रोस्पेक्टस तैयार करना शुरू कर दिया है. जल्द ही उसे प्रिंटिंग में भेजा जायेगा. हर साल रामजयपाल कॉलेज, गंगा सिंह कॉलेज, जगदम कॉलेज, राजेंद्र कॉलेज व पीसी विज्ञान कॉलेज में विज्ञान तथा वाणिज्य के विषयों में नामांकन के प्रति छात्र छात्राओं में रुचि अधिक रहती है. वहीं कला के कई विषयों में नामांकन की रुचि विगत दो-तीन सालों में घटी है. विदित हो कि गत वर्ष भी स्नातक सत्र 2023-27 के अंतर्गत विज्ञान व वाणिज्य के विषयों में सेकंड लिस्ट जारी करने के बाद 80 फीसदी सीट भर गयी थीं. जबकि कला के कई प्रमुख विषयों में थर्ड लिस्ट जारी होने के बाद भी 30 से 40 फीसदी तक सीटें बची हुई थी. कला में भोजपुरी दर्शनशास्त्र, उर्दू, संस्कृत, हिंदी आदि विषयों में पिछले साल 50 फीसदी से भी कम नामांकन हुआ था. बाद में सब्जेक्ट चेंज का ऑप्शन देकर कला की सीटों को भरने का प्रयास किया गया था. फिर भी 10 हजार के करीब सीटें खाली रह गयी थी.
दो लाख छात्रों के लिए महज 37 हजार हैं सीटें
विदित हो कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत छपरा, सीवान व गोपालगंज के अंतर्गत कुल 32 कॉलेजों का संचालन होता है. इनमें 21 अंगीभूत व 11 संबद्ध कॉलेज शामिल हैं. इंटरमीडिएट की परीक्षा में तीनों जिलों को मिलाकर प्रतिवर्ष लगभग दो लाख छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण होते हैं. इन छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जेपीयू ही एक मात्र विकल्प है. ऐसे में तीनों जिलों में इतनी कम सीटें होने से स्नातक में नामांकन के लिए छात्रों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है. विगत दो तीन वर्षों में इग्नू, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, मौलाना मजहरूल हक विश्वविद्यालय समेत कई अन्य विश्वविद्यालय द्वारा दूरस्थ शिक्षा के अवसर स्थानीय छात्रों को मिले हैं. वहीं कुछ निजी संस्थानों ने बीसीए व बीबीए जैसे वोकेशनल कोर्स के विकल्प छात्रों को दिये हैं. इसके बाद भी हजारों छात्रों को स्नातक करने के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है. कई छात्र तो स्नातक करने के लिए एक-दो वर्ष का इंतजार तक करते हैं.स्पॉट एडमिशन का देना होगा विकल्प
विश्वविद्यालय द्वारा कुछ वर्षों से ऑनलाइन मोड स्नातक व पीजी में नामांकन के लिए आवेदन लिया जाता है. आवेदनों की मेधा सूची रिक्त सीटों की संख्या व मेधा अंक के आधार पर जारी होती है. आवश्यकतानुसार फर्स्ट, सेकेंड, थर्ड व फोर्थ लिस्ट जारी कर नामांकन लिया जाता है. यदि मेधा सूची के आधार पर दाखिले की प्रक्रिया पूरी होते के बाद विवि छात्र कल्याण विभाग स्पॉट एडमिशन की व्यवस्था लागू कर दे और इसके अंतर्गत नामांकन से वंचित छात्रों को जिन विषयों में सीट रिक्त है उनपर नामांकन लेने की अनुमति दे दी जाये तो कई छात्रों को स्नातक पूरा करने का विकल्प मिल जायेगा. अभी होता यह है कि छात्रों ने जिस विषय से ऑनर्स में नामांकन के लिए आवेदन किया है. मेधासूची उसी विषय में जारी होती है. यदि उस विषय में आवेदन अधिक होगा तो कम अंक वाले छात्रों का दाखिला नहीं हो सकेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है