प्रतिनिधि, मुंगेर. बिहार ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी चुनाव का समय आते ही मुंगेरिया हथियारों का डिमांड बढ़ जाता है. पूरे देश में इस समय लोकसभा का चुनाव हो रहा है और मुंगेर लोकसभा सीट के लिए 13 मई को वोट डाले जायेंगे. इस कारण अवैध हथियार की मंडी यहां सज चुकी है. दूसरी ओर पुलिस भी हथियार कारोबार पर शिकंजा कसने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस ने इस बार सफियासराय थाना क्षेत्र के पड़हम गांव में दो मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन करते हुए मकान मालिक सहित तीन हथियार कारोबारियों को गिरफ्तार किया है. प्रति पिस्टल दो हजार पर मकान मालिक से हुआ था करार. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि गिरफ्तार मकान मालिक मो तारिक अनवर उर्फ सब्बु ने पूछताछ के क्रम में बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मो महताब और बनौधा गांव निवासी मो. बदरूद्दीन उर्फ मन्नु ने एक माह पहले उससे मकान हथियार बनाने के लिए किराये पर लिया था. बातचीत के दौरान तय हुआ कि प्रति पिस्टल दो हजार रुपये मकान किराया के रूप में दिया जायेगा. जबकि हथियार बनाने के लिए जो मशीन बिजली पर चलेगी और उसका जितना बिल उठेगा वह कारीगर ही भुगतान करेंगा. इसके बाद तारिक ने उसे अपना मकान मिनीगन फैक्टरी संचालन करने के लिए दे दिया, लेकिन हथियार फिनिसिंग से पहले ही पुलिस ने मामला का उद्भेदन कर दिया. चार पिस्टल आपूर्ति करने को मिला था आर्डर. एसपी ने बताया कि मो. महताब और मो. बदरूद्दीन को अवैध हथियार के एक डीलर ने चार हथियारों की आपूर्ति करने के लिए आर्डर दिया था. पुलिस छापेमारी से बचने के लिए इन दोनों से अपने घर से 20 किलोमीटर दूर सफियासराय थाना क्षेत्र के पड़हम में किराये पर मकान लिया और हथियार बनने का काम हाल ही में शुरू किया, लेकिन पुलिस मामले का उद्भेदन करने में सफल रहा. इस कारण फिनिसिंग होने से पहले ही चारों हथियार अर्द्धनिर्मित अवस्था में बरामद कर लिया गया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार हथियार निर्माता ने उस हथियार कारोबारी का भी नाम बताया, जिसने उसे चार पिस्टल आपूर्ति करने का आर्डर दिया था. पुलिस उस व्यक्ति की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. जेल से निकलने के बाद फिर शुरू कर देता है हथियार निर्माण. एसपी ने बताया कि मो महताब और मो बदरूद्दीन पेशेवर हथियार कारीगर है. वह मिनीगन फैक्टरी संचालन करने के आरोप में कई बार जेल जा चुका है. जेल से जमानत पर रिहा होकर आने के बाद फिर से हथियार निर्माण के कारोबार में जुट जाता है. पुलिस दोनों के खिलाफ मुफस्सिल और अन्य थानों में दर्ज प्राथमिकी की जानकारी इकट्ठा की जा रही है. ताकि इस बार इन दोनों कारीगरों को न्यायालय से जमानत न मिल सके.
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