बढ़ती गर्मी के बीच सत्तू और मौसमी फलों की बिक्री में आयी तेजी बांका.देसी ड्रिंक पीजिये, लू से बचिये और सेहत बढ़ाईये. देसी ड्रिंक से तात्पर्य सत्तू शरबत से है. ऐसे पंचलाइनों के साथ हर 10 कदम पर अभी सत्तू की दुकान आपको मिल जायेगी. गर्मी बढ़ने के साथ मौसमी खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ की बिक्री बढ़ गयी है. दरअसल, इन दिनों तपती गर्मी जारी है. आमतौर पर 40 डिग्री के आसपास और इससे अधिक तापमान कई दिनों से बना हुआ है. सुबह सात बजे के बाद ही चिलचिलाती धूप शुरु हो जाती है. कामकाजी लोगों को धूप में भी रोजी-रोटी के लिए निकलना पड़ता है. हालांकि, हर मौसम के अनुरुप कई खाद्य और पेय पदार्थ है, जो आपको मौसम के प्रतिकूल प्रभाव से बचाता है. इस कड़ी में इन दिनों ऐसे खाद्य और पेय पदार्थों की बिक्री बढ़ गयी. पेय पदार्थ की बात करें तो सबसे अधिक सत्तू का शरबत लोग पी रहे हैं. जेल गेट के समीप सालो भर सत्तू की दुकान चला रहे घुटर साह की मानें तो गर्मी दिनों में सत्तू शरबत की बिक्री बढ़ गयी है. 15 से 20 रुपया ग्लास शरबत बेेची जाती है. आम इंसान से लेकर धनवान तक इसका सेवन करते हैं. वे सत्तू शुद्ध पानी में डालकर, नमक, प्याज के साथ घोल कर तैयार करते हैं. ऊपर से जीरा का पाउडर, काला नमक, नींबू आदि डालकर इसे स्वादिष्ट के साथ शरीर के लिए फायेदमंद के रुप में तैयार करते हैं. लोग इसे सहजता से पीते है. गर्मी के दिनों में प्यास इतनी लगी रहती है कि एक ग्लास सत्तू के ऊपर चार-पांच ग्लास पानी भी पी जाते हैं. वहीं दूसरी ओर सत्तू की एक और दुकान लगी रहती है, जिसमें लोग सत्तू और पानी सान कर उसे खाते हैं. सत्तू के संदर्भ में बताया जाता है कि यह पेट को ठंडा रखता है और लू की चपेट से भी बताचा है. दूसरी ओर छाछ आदि की भी बिक्री हो रही है. इसके अलावा खाद्य पदार्थ में साना हुआ सत्तू के अतिरिक्त तरबूज, ककरी, खीरा, अनानास आदि की बिक्री खूब हो रही है. तरबूज बिक्रेता राजा कुमार ने बताया कि 30 रुपया किलो तरबूज वे बेच रहे हैं. कीमत में उतार-चढ़ाव होते रहता है. गर्मी से बचने के लिए इसका सेवन लोग करते हैं. इसमें पानी की प्रचूर मात्रा होती है. साथ ही खाने में यह थोड़ा मीठा भी लगता है. अनानास 120 रुपया पीस बताया गया. खीरा और ककरी 20 से 30 रुपया प्रति किलो की दर में बेची जा रही है. दोपहर में बाजार रहता मायूस, शाम को बढ़ती है चहल-पहल गर्मी के दिनों में लोग दोपहर के दौरान कम निकलते हैं. इस वजह से शहर के अमूमन मार्केट में मायूसी छायी रहती है. हालांकि, दोपहर बाद शाम में लोगों की चहल-पहल बढ़ जाती है. गर्मी का मौसम परवान पर चढ़ने के साथ लू और गर्मी जनित अन्य प्रकार की मौसमी बीमारी भी बढ़ गयी है. लिहाजा, छोटे, बड़े हर उम्र के लोगों को चिकित्सक आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. सभी से धूप में परहेज की बात कही जा रही है. वहीं इस दौरान कोल्ड ड्रिंक्स की भी बिक्री बढ़ गयी है, जिसपर जानकार और खासकर कई चिकित्कों की राय है कि ऐसे पेय पदार्थ का बिल्कुुल सेवन न करें. साफ पानी में सत्तू आदि घरेलू पेय पदार्थ का ही सुझाव देते हैं. साथ ही ताजा भोजन आदि की बात पर भी बल देते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है