ठाकुरगंज(किशनगंज).भारतीय रेलवे ने अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस) मोबाइल ऐप के माध्यम से बुक की गई यात्रा और प्लेटफॉर्म टिकटों के लिए बाहरी सीमा जियो-फेंसिंग प्रतिबंध को तुरंत प्रभाव से समाप्त करने की घोषणा की है. यात्री सुविधा बढ़ाने और यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग की प्रक्रिया को आसान बनाने के उद्देश्य से यह विकास हुआ. यह जानकारी देते हुए मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी सब्यसाची डे ने बताया कि रेल यात्री अब अपने घर से आराम से किसी भी स्टेशन से अनारक्षित टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि जियो-फेंसिंग की आंतरिक सीमा बनी रहेगी, जिससे टिकट बुकिंग केवल बाहरी स्थानों से स्टेशन परिसर तक ही सीमित रहेगी. बताते चले पहले, 50 किमी की बाहरी सीमा पर जियो-फेंसिंग प्रतिबंध मौजूद था, जो यात्रियों को केवल उनके मोबाइल स्थान के 50 किमी के दायरे के स्टेशनों से अनारक्षित, प्लेटफ़ॉर्म टिकट बुक करने की अनुमति देता था. यह प्रतिबंध अब हटा दिया गया है, जो रेल यात्रियों के लिए पहुंच और लचीलेपन में एक महत्वपूर्ण छलांग दर्शाता है. भारतीय रेलवे सक्रिय रूप से इंटरनेट कनेक्टिविटी से लैस स्मार्टफोन के माध्यम से यूटीएस टिकट बुकिंग की सुविधा प्रदान कर रहा है. इस पहल का उद्देश्य टिकट प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है, जिससे यात्रियों को अपने मोबाइल उपकरणों के माध्यम से आसानी से टिकट बुक करके टिकट काउंटरों पर लंबी कतारों की असुविधा से बचने में मदद मिल सके.यूटीएस मोबाइल ऐप, जो अपने उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और निर्बाध नेविगेशन के लिए जाना जाता है, रेल उपयोगकर्ताओं, विशेष रूप से लगातार स्थानीय ट्रेन यात्रियों और अनारक्षित टिकटों की आवश्यकता वाले लोगों के बीच लगातार लोकप्रियता हासिल कर रहा है. बाहरी सीमा जियो-फेंसिंग की बाधा को दूर करने के साथ, भारतीय रेलवे यात्री सुविधा और डिजिटलीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है. इस रणनीतिक कदम से टिकट बुकिंग के लिए यूटीएस मोबाइल ऐप को अधिक से अधिक अपनाने की उम्मीद है, जिससे अंततः टिकट काउंटरों पर कतार का बोझ कम हो जाएगा और यात्रियों के लिए समग्र यात्रा अनुभव में वृद्धि होगी.
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