बेनीपुर. मुख्यमंत्री की जनसभा को लेकर तारडीह प्रखंड के पोखरभिंडा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. मुख्य सड़क से लेकर सभा स्थल तक जगह-जगह बड़ी संख्या में पुलिस जवान व पदाधिकारी तैनात थे. सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गयी थी. सभा स्थल के चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान व अधिकारी तैनात किए गये थे. सभा स्थल तक लोगों को पहुंचने के लिए मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ता था. सभा स्थल तक पहुंचने के लिए दो द्वार बनाये गये थे. एक द्वार से सामान्य लोगों को व दूसरे द्वारा से वीआइपी का प्रवेश रखा गया था. लोगों को मेटल डिटेक्टर से गुजरने में लंबी समय कतारवद्ध होना पड़ा. कई बार जदयू नेता राज कुमार झा मंच से पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों को अनुरोध करते रहे कि आने वाले लोगों को जांच के नाम पर लम्बे समय तक न रोका जाय, लेकिन पुलिस पदाधिकारी अपने कर्तव्य से हिले नहीं. किसी भी व्यक्ति को बगैर मेटल डिटेक्टर जांच के सभा स्थल में प्रदेश नहीं करने दिया जा रहा था. सुरक्षा की ऐसी पुख्ता व्यवस्था थी कि कहीं अगल-बगल से लोग सभा स्थल तक प्रवेश नहीं कर पाते. इसे लेकर कुछ छोटे स्थानीय नेताओं को अपमानित भी होना पड़ा. भाजपा व जदयू के कुछ नेताजी जैसे-तैसे वीआइपी द्वार से सभा स्थल में प्रवेश कर दाहिने ओर लगी कुर्सी पर जगह बनायी. जैसे ही मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे अधिकारियों की नजर इन नेताजी पर पड़ी, सभी को वहां से बैरंग वापस बाहर कर दिया गया.
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