कजरैली थाना क्षेत्र के तमौनी मोड़ स्थित बहादुरपुर गांव के रहने वाले पानी कारोबारी रंजीत कुमार से विगत 26 जून 2023 को साइबर अपराधियों ने पार्ट्स सप्लाई के नाम पर एक लाख 4 हजार रुपये की ठगी की थी. उक्त मामले में कई दिनों तक प्रयास करने के बाद थक हार कर पीड़ित रंजीत कुमार मामले की शिकायत लेकर साइबर थाना पहुंचे थे. जहां विगत 7 जुलाई 2023 को मामले में दिये गये आवेदन के आधार पर केस दर्ज किया गया था. उक्त मामले में साइबर पुलिस लगातार किये गये ट्रांजेक्शन और जिस खाते में पैसे भेजे गये थे उन्हें ट्रेस कर रही थी. बैंक कंपनियों से बातचीत करने के बाद उक्त खाते को फ्रीज करवाया गया था. जिसके बाद सोमवार को कांड के आवेदक रंजीत कुमार को साइबर अपराधियों द्वारा ठगे गये एक लाख 4 हजार रुपये में से एक लाख 3 हजार 989 रुपये वापस उनके अकाउंट में क्रेडिट कराये गये. इसको लेकर रंजीत कुमार ने साइबर थाना पुलिस काे धन्यवाद किया है. साथ ही लोगों से अपील की है कि साइबर फ्रॉड होने के बाद तुरंत नेशनल साइबर क्राइम टॉल फ्री नंबर या पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करायें और इसके बाद मामले में साइबर थाना को आवेदन दें. उल्लेखनीय हे कि साइबर थाना पहुंचने वाले अधिकांश लोगों की शिकायत है कि उनके द्वारा दिये जाने वाले आवेदनों पर कई हफ्तों तक केस दर्ज नहीं किया जाता है. और अगर केस दर्ज कर भी लिया जाता है कि विभिन्न कागजातों की मांग को लेकर उन्हें दौड़ा कर परेशान किया जाता है. करीब एक साल पूर्व साइबर थाना की स्थापना के बाद से दर्ज मामलों के अनुपात में पैसा वापस कराने के मामले काफी कम है. ऐसे में भागलपुर पुलिस की साइबर थाना की टीम और साइबल सेल की टीम पर भी सवाल उठ रहा है. इसको लेकर वरीय पुलिस अधिकारी भी मौन हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है