– पैक्स में 3226 और एफसीआइ में 4786 टन गेहूं की हुई खरीद
संवाददाता, पटना
इस साल पैक्स और व्यापार मंडलों के अलावा एफसीआइ, एनसीसीएफ (नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन) व नेफेड को भी गेहूं खरीद का अधिकार मिला है. इसमें राज्यभर के कुल 153 एफसीआइ सेंटरों से सोमवार की शाम तक कुल 4786 एमटी गेहूं की खरीद हुई है, जबकि पैक्स से 3226 एमटी ही गेहूं की खरीद हुई है. नेफेड से 84 और एनसीसीएफ से 74 एमटी गेहूं की खरीद हुई है. इन चारों संस्थाओं में 15 मार्च से ही गेहूं की खरीद शुरू हुई. 6349 पैक्स गेहूं संग्रहण केंद्र बनाये गये हैं, जबकि राज्यभर के सभी 153 एफसीआइ को संग्रहण केंद्र बनाया गया है. तुलनात्मक रूप से देखें, तो एफसीआइ के 153 केंद्रों से 4786 और पैक्स के 6349 केंद्रों से 3226 एमटी ही गेहूं की खरीद हुई है. पैक्स के सभी केंद्रों से गेहूं की खरीद नहीं शुरू हुई है, जबकि एफसीआइ के सभी केंद्रों से गेहूं की खरीद हुई है. पैक्स की तुलना में सोमवार की शाम तक कुल 1560 एमटी अधिक गेहूं की खरीद हुई है.एफसीआइ में 1314 व पैक्सों में 1404 ने बेचा गेहूं
एफसीआइ के मात्र 153 केंद्रों में सोमवार की शाम तक 1314 किसानों ने गेहूं की बिक्री की, जबकि गेहूं संग्रहण के लिए बनाये गये 6349 पैक्सों में गेहूं बेचने के लिए कुल 1404 किसान ही अब तक पहुंचे. एफसीआइ की तुलना में 90 अधिक किसानों ने पैक्स में गेहूं की बिक्री की. इसके बावजूद पैक्सों की तुलना में एफसीआइ में अधिक गेहूं की खरीद हुई है. दो दिनों में भुगतान के दावे पर उठ रहे सवालएफसीआइ में कुल 1314 किसानों ने गेहूं की बिक्री की. इसमें 1296 किसानों को भुगतान किया गया. एनसीसीएफ में कुल 14 किसानों ने गेहूं की बिक्री, इसमें एक का भी भुगतान नहीं किया गया है. नेफेड में 24 किसानों ने गेहूं की बिक्री की, इसमें 19 का भुगतान कर दिया गया है. पैक्स में भी गेहूं बेचने वाले किसानों को सौ फीसदी 48 घंटे में भुगतान नहीं हो रहा है.
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