मुजफ्फरपुर.बीआरएबीयू के पीजी विभागों में शिक्षकों की भारी कमी है. स्थिति यह है कि 22 पीजी विभागों में शिक्षकों के 153 पद स्वीकृत हैं, जबकि यहां 76 शिक्षक ही कार्यरत हैं. शिक्षकों की कमी के कारण कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं. पीजी विभागों को रिसर्च सेंटर के रूप में जाना जाता है. शिक्षकों की कमी के कारण रिसर्च भी प्रभावित हो रहा है. इसको देखते हुए कुलपति प्रो.डीसी राय ने शिक्षकों की कमी दूर करने की दिशा में पहल की है. उन्होंने पीजी विभागाें से स्वीकृत पद और कार्यरत शिक्षकों की सूची मंगवाई है. इसके बाद सभी अंगीभूत कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों से 10 मई तक आवेदन मांगा गया है. उन्हें कहा गया है कि यदि वे पीजी विभाग में अपनी पोस्टिंग कराना चाहते हैं तो जारी फॉर्मेट को भरें. साथ ही प्राचार्य से फॉरवर्ड करा विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव-1 के कार्यालय में जमा कराएं.
पीजी विभागाध्यक्षों ने शिक्षकों की कमी की ओर आकृष्ट कराया था ध्यान :
बीते दिनों कुलपति की ओर से की गई समीक्षा बैठक के दौरान पीजी विभागाध्यक्षों ने विभाग में शिक्षकों की कमी की शिकायत की थी. इससे कक्षाओं के प्रभावित होने और रिसर्च का स्तर गिरने की बात कही थी. नैक मूल्यांकन को लेकर विश्वविद्यालय में तैयारी चल रही है. ऐसे में सभी विभागों से रिक्ति मंगवाकर पीजी विभागों में शिक्षकों के ट्रांसफर की दिशा में पहल की गई है. आवेदन करने वाले शिक्षकों को कहा गया है कि शिक्षण व शाेध के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियां और अवार्ड काे भी इसमें शामिल करें. साक्ष्य के तौर पर उसकी कॉपी भी आवेदन के साथ संलग्न करें. आवेदन को अग्रसारित करने के बाद प्राचार्य को यह बताना है कि उस काॅलेज में संबंधित विषय के कितने शिक्षकाें का पद स्वीकृत है. आवेदन करने वाले शिक्षक समेत उस विभाग में कार्यरत शिक्षक और रिक्त पदों की संख्या भी मांगी गई है.
काॅलेज से पीजी विभाग में आने के लिए इच्छुक शिक्षकाें को अपनी योग्यता के साथ ही विभाग के लिए भविष्य की योजना भी बतानी होगी. शिक्षक को 500 शब्दों में यह लिखकर देना होगा कि वे पीजी विभाग में आएंगे तो उसे बेहतर बनाने और रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए उनके पास क्या योजना है.
हिंदी विभाग में स्वीकृत पद से अधिक शिक्षक कार्यरत :विश्वविद्यालय के विभिन्न पीजी विभागों की सूची में हिंदी विभाग इकलौता है जहां स्वीकृत पद से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं. यहां स्वीकृत पदों की संख्या आठ है, जबकि 10 शिक्षक कार्यरत हैं. पर्सियन में चार स्वीकृत पदों में सभी पर शिक्षक कार्यरत हैं. वहीं बांग्ला में चार स्वीकृत पदों में एक भी शिक्षक कार्यरत नहीं हैं.
विभाग, स्वीकृत पद, कार्यरत, रिक्तबांग्ला- 4, 0, 4
बॉटनी- 7, 1, 6
रसायनशास्त्र- 10, 4, 6कॉमर्स- 8, 4, 4
अर्थशास्त्र- 9, 4, 5इलेक्ट्रॉनिक्स- 6, 5, 1
अंग्रेजी- 8, 3, 5भूगोल- 7, 2, 5
हिंदी- 8, 10, -2इतिहास- 9, 7, 2
गृहविज्ञान- 6, 3, 3मैथिली- 4, 2, 2
गणित- 7, 2, 5पर्सियन- 4, 4, 0
दर्शनशास्त्र- 6, 4, 2भौतिकी- 10, 3, 7
राजनीति विज्ञान- 9, 6, 3मनोनविज्ञान- 8, 2, 6
रशियन- 4, 2, 2संस्कृत- 6, 2, 4
उर्दू- 6, 4, 2जूलॉजी- 7, 2, 5
कुल-153, 76, 77डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है