मांडर. थाना क्षेत्र के छोटका हातमा गांव के ग्रामीणों ने जल नल योजना के तहत बोरिंग करने गयी गाड़ी को 48 घंटे तक अपने कब्जे में रखा. बाद में बीडीओ से वार्ता के बाद छोड़ा. बताया जाता है कि बोरिंग गाड़ी को रविवार को छोटका हातमा में जल नल योजना के तहत बोरिंग करने लाया गया था. गांव में 300 फीट की बोरिंग के बाद भी पानी नहीं निकला, जिसके बाद गाड़ी लेकर लोग वहां से वापस लौट रहे थे. इसी क्रम में ग्रामीणों ने बोरिंग गाड़ी वालों को पकड़ा. अधिक गहराई की बोरिंग करनेवाली गाड़ी की मांग कर रहे थे. उनका कहना था कि गांव में पानी की किल्लत है. यदि बोरिंग गाड़ी वापस चली गयी, तो दोबारा काम नहीं होगा. यह कह ग्रामीणों ने गाड़ीवालों को कब्जे में रखे रखा. इधर, इसकी जानकारी मिलने पर सोमवार को ठेकेदार व बोरिंग गाड़ी के मालिक गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीण अपनी बातों पर अड़े थे. इसके बाद मंगलवार को बोरिंग गाड़ी के मालिक ने सूचना स्थानीय प्रशासन को दी. सूचना मिलने पर जिला परिषद सदस्य, मुखिया व बीडीओ मनोरंजन कुमार गांव पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को समझा. बीडीओ ने 15 दिन के अंदर गांव में बड़ी बोरिंग कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने बोरिंग गाड़ी को कब्जे से मुक्त किया.
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