मामला गजलीटांड़ का. पुल का काम रोके जाने पर पहुंची थी पुलिस
सिजुआ. अंगारपथरा ओपी क्षेत्र के गजलीटांड़ में मंगलवार की शाम असामाजिक तत्वों ने स्थानीय पुलिस पर हमला कर दिया. उसमें पुलिस के कई जवान आंशिक रूप से घायल हो गये. पुलिस वाहन को भी पत्थर मार कर क्षतिग्रस्त कर दिया. बाद में गजलीटांड़ के प्रबुद्ध लोग व पुलिस ने मिल कर हमलावरों को खदेड़ दिया. इस संबंध में ओपी प्रभारी बीडी विधाता ने पुलिस पर हमले की बात से इंकार किया है. भय से संवेदक वहां से भाग गये.पुल के संवेदक से मांग रहे थे रंगदारीबताया जाता है कि गजलीटांड़ तथा पासीटांड व मालकेरा को जोड़ने वाली कतरी नदी पर पुलिया मरम्मत करवायी जा रही है. इसी दौरान पासीटांड़ के दर्जनों युवक संवेदक से रंगदारी की मांग करते हुए काम बंद कराने पर उतारू हो गये. उसका विरोध मजदूरों ने किया. इसी बात को लेकर मजदूर तथा पासीटांड़ के युवकों के साथ विवाद हो गया. सूचना पर पुलिस घटनास्थल पहुंची. पुलिस ने हंगामा कर रहे युवकों को जब समझाने का प्रयास किया तो पासीटांड के युवक पुलिस से उलझ गये. युवकों ने पुलिस जवान पर ईंट पत्थर से हमला बोल दिया. युवकों संख्या अधिक होने के कारण जवान वहां से खिसक गये. उसके बाद युवकों ने पुलिस के बोलेरो पर भी हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिस पर हमले की खबर पर गजलीटांड़ के लोग पुलिया के पास पहुंचे और हमलावरों को खदेड़ दिया. बाद में सूचना पाकर जोगता, तेतुलमारी सहित कई थाना की पुलिस पहुंची और हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की. लेकिन, कोई घर में नहीं मिला. ओपी प्रभारी बीडी विधाता ने कहा कि पासीटांड़ के कुछ युवक काम मांगने के लिए पुलिया पर संवेदक के पास गये थे. काम के सवाल पर युवकों ने संवेदक का काम बाधित कर दिया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवकों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है