गांधीनगर. बोकारो जिला शिक्षा विभाग के अतिरिक्त कार्यक्रम पदाधिकारी ललित मनोहर प्रसाद ने मंगलवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय कुरपनिया का निरीक्षण किया. उन्होंने प्राचार्य और शिक्षकों के साथ बैठक कर कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. एपीओ ने शैक्षणिक माहौल बेहतर बनाने के लिए बच्चों के नियमित विद्यालय आने, उनके शैक्षणिक और बौद्धिक स्तर में सुधार को लेकर भी कई बातें कहीं. कहा कि इस वर्ष बोकारो जिले में मैट्रिक का रिजल्ट बहुत ही निराशाजनक रहा है, जो चिंतनीय है. श्री प्रसाद ने कहा कि सरकार ने जो संसाधन उपलब्ध कराये हैं, उस अनुसार हमें कार्य करना है. एपीओ ललित माेहन प्रसाद ने बच्चों को प्रोत्साहित करने की बात कही, ताकि वे नियमित विद्यालय आयें. बैठक में शिक्षकों से उन्होंने कहा कि हम बच्चों को तरासने का काम करते हैं. बच्चों को जैसा तरासेंगे, वे आगे जाकर वैसा ही बनेंगे. दसवीं कक्षा एक पड़ाव होती है. ऐसे में जो बच्चे मैट्रिक की परीक्षा देने जा रहे हैं, उन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. एक शिक्षक तीन से पांच बच्चों को गोद लेकर आगे बढ़ायें : अतिरिक्त कार्यक्रम पदाधिकारी ललित मनोहर प्रसाद ने कहा कि एक शिक्षक तीन से पांच बच्चों को गोद लेकर उन्हें आगे बढ़ायें. शिक्षा के प्रति उन्हें जागरूक करेंगे, तो निश्चित रूप से बच्चे अच्छा करेंगे और स्कूल का रिजल्ट भी 100 फीसदी होगा. उन्होंने कहा कि इस विद्यालय का मैट्रिक का रिजल्ट लगभग 90 फीसदी रहा, परंतु इससे और बेहतर बनाने की जरूरत है. एपीओ श्री प्रसाद 10वीं कक्षा के छात्रों से उनके कक्ष में जाकर मिले और प्रोत्साहित किया. कहा कि आप जीवन में आगे बढ़ने के लिए पढ़ें. अच्छा करने के लिए पढ़ें. खेलकूद पर भी ध्यान दें, पर पढ़ाई को सर्वोपरि रखें. आप पढ़ोगे, तभी आगे बढ़ोगे. यह जीवन का लक्ष्य होना चाहिए. आप नियमित कक्षा आयेंगे, तभी कक्षा में जो पढ़ाई होती है, उसे ग्रहण कर पायेंगे. श्री प्रसाद ने विद्यालय आये कुछ अभिभावकों से भी बात की और बच्चों को नियमित क्लास भेजने के बारे में कहा. मौके पर प्रभारी प्राचार्य मनोहर महरा, वरीय शिक्षक वासुदेव सिंह, मुफीद आलम, मुसर्रत जहां, दीपक कुमार, सहानी बानो, राबिया तंजीम, प्रमिला सोनी मरांडी, सुरेंद्र तिवारी, संतोष कुमार चौबे आदि उपस्थित थे.
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