लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद (Akash Anand) को अपने उत्तराधिकारी और नेशनल कोआर्डिटनेटर के पद की जिम्मेदारी से हटाने एलान कर दिया है. इसी के साथ आकाश आनंद के राजनीतिक कॅरियर पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. मायावती ने एक्स पर आकाश आनंद के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी दी है. उन्होंने पहले आकाश आनंद की रैलियों पर रोक लगा दी थी. चर्चा है कि सीतापुर की रैली में बीजेपी की सरकार को आंतकवादियों की सरकार और जूते मारने के भाषण के बाद ये कार्रवाई की गई है. इस मामले में आकाश आनंद और तीन प्रत्याशियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
मायावती ने इसलिए वापस ली जिम्मेदारी
मायावती (Mayawati) ने एक्स पर लिखा है कि बीएसपी (Bahujan Samaj Party) एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है. जिसके लिए कांशीराम और मैंने खुद भी अपनी पूरी जिंदगी समर्पित की है. इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है. इसी क्रम में पार्टी में अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही आकाश आनंद (Akash Anand) को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया. लेकिन लेकिन पार्टी व मूवमेंट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है. आनंद कुमार पार्टी व मूवमेंट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे. बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में व बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है.
आकाश आनंद ने ऐसा क्या कहा?
अब जानते हैं कि आकाश आनंद (Akash Anand) ने सीतापुर में क्या कहा था? दरअसल 28 अप्रैल को आकाश आनंद की सीतापुर में (Lok Sabha Election 2024) जनसभा थी, इसमें उन्होंने कहा था कि ये आतंकवादियों की सरकार है, इस सरकार को हटाना है और मायावती को प्रधानमंत्री बनाना है. इसी बिगड़े बोल के चलते आकाश पर एफआईआर कराई गई थी. आकाश आनंद का ये भाषण काफी वायरल भी हुआ था. मायावती ने जबसे आकाश आनंद को चुनावी मैदान में उतारा था, लगातार उनकी प्रसिद्धि का ग्राफ बढ़ रहा था. आक्रामक शैली के उनके भाषण सुनकर बसपा समर्थक जोश में आ जाते थे. मीडिया चैनलों ने उनके इंटरव्यू भी किए. लेकिन अचानक उनकी जुबान फिसली और वो हीरो से विलेन बन गए.