-मामला फर्जी रसीद से ऑटो व ई-रिक्शा से पार्किंग शुल्क वसूली का
-नगर आयुक्त ने वसूली करते एक व्यक्ति को किया था पुलिस के हवाले
-दर्ज हुई थी प्राथमिकी,
जवाब देने के लिए तीन दिनों की मोहलत
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
फर्जी रसीद प्रिंट करवाकर कंपनी बाग रोड में ऑटो व ई-रिक्शा से अवैध तरीके से पार्किंग शुल्क वसूली करते पकड़े गये व्यक्ति की निशानदेही पर निगम कर्मी विजय कुमार श्रीवास्तव के ऊपर हुई प्राथमिकी के बाद पुलिस व प्रशासनिक दबिश बढ़ने लगी है. घटना के एक सप्ताह बाद नगर आयुक्त नवीन कुमार ने अतिक्रमण शाखा के प्रभारी विजय कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है. स्पष्टीकरण का जवाब तीन दिनों के भीतर देना है. फर्जी रसीद के सहारे वसूली कराने की घटना को नगर आयुक्त ने विभागीय नियमों के खिलाफ बताया है. कहा कि पकड़े गये व्यक्ति द्वारा स्पष्ट तौर पर वसूली की गयी राशि में विजय कुमार की सहभागिता होने की बात स्वीकार की गयी है. यह मामला सरकारी राशि की गबन का भी बनता है. ऐसे में तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. इसके बाद निलंबन की कार्रवाई होगी. दूसरी तरफ, नगर थाने की पुलिस भी विजय श्रीवास्तव सहित अन्य नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी से पूर्व आवश्यक कागजी कार्रवाई में जुट गयी है.बुधवार की शाम केस के आइओ नगर थाना के सब इंस्पेक्टर राज कुमार नगर निगम पहुंचे. विजय की कुंडली खंगालने के साथ प्राथमिकी दर्ज कराने वाले सैरात प्रभारी अखिलेश सिन्हा का बयान दर्ज किया है. वहीं, विजय श्रीवास्तव के ऑफिस आने-जाने के समय से लेकर घर तक का पता पुलिस जानने की कोशिश की. पुलिस को निगम की तरफ से स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि जिस रसीद के बंडल से वसूली हो रही थी. वह रसीद नगर निगम से निर्गत नहीं है. नामजद अभियुक्त आपसी साठगांठ कर फर्जी तरीके से वसूली कर रहे थे. प्राथमिकी में निगम कर्मी के अलावा दो ऐसे व्यक्ति का भी नाम है, जो पहले नगर निगम से ऑटो से पार्किंग शुल्क वसूली का ठेका लिए हुए थे. गिरफ्तार कर जेल भेजे गये नीरज कुमार भी उसी एजेंसी के कर्मी बताया जा रहा है.
अतिक्रमण प्रभारी को हटाया, नूर आलम को जिम्मेदारीइधर, नगर आयुक्त ने स्पष्टीकरण मांगने के साथ ही अतिक्रमण शाखा के प्रभारी के पद से विजय कुमार श्रीवास्तव को कार्यमुक्त कर दिया है. इनकी जगह नूर आलम को नयी जिम्मेदारी सौंपी है. नूर आलम को प्रतिदिन अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश दिया है, जिसकी रिपोर्ट हर दिन शाम को नगर आयुक्त को सौंपनी है. दूसरी तरफ, उप महापौर डॉ मोनालिसा ने डीएम से लेकर प्रधान सचिव तक को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटाये जाने के साथ वेंडिंग जोन की व्यवस्था करने को कहा है. ताकि, फुटपाथी दुकानदारों को उन चिह्नित वेंडिंग जोन में शिफ्ट किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है