लोहरदगा जिला में बाइपास सड़क का निर्माण शिलान्यास के डेढ़ साल से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी शुरू नहीं हो पाया है. बाइपास सड़क निर्माण का ठेका रांची के कांट्रेक्टर वीकेएस इंफ्रा को दिया गया है. कांट्रेक्टर द्वारा एनएच रांची के साथ 25 अगस्त 2022 को एकरारनामा किया गया था. एकरारनामा के बाद से संवेदक ने काम शुरू नहीं किया है. इस काम को 25 अगस्त 2024 तक पूरा करना है. यह स्थिति राज्य के वित्त मंत्री के विधानसभा क्षेत्र की है. बाइपास सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से लोग परेशान हैं. लगभग दो सौ करोड़ रुपये की लागत से बाइपास सड़क बननी थी. लोहरदगा में बाइपास सड़क निर्माण के लिए 25610.09057 डिसमिल जमीन का अधिग्रहण किया जाना था. लोहरदगा बाइपास की लंबाई कुल 19.8 किमी है. इसमें 10 किमी फोर लेन एवं शेष 9.9 किमी दस मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण करना है. यह सड़क कुडू में बारहवें किमी में हिरही से शुरू होती है एवं 19.9 किमी अरु गांव जो कि कुडू में 29 किमी है, वहां निकलती है. कुल 17 मौजा से होते हुए सड़क का निर्माण होना है. सूत्र बताते हैं कि ठेकेदार की लापरवाही के कारण अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है. बाइपास सड़क निर्माण होने से लोहरदगा शहर के बीच से सैकड़ों बाक्साइट ट्रकें प्रतिदिन गुजरते हैं, जो बाहर से ही निकल जायेंगे. बाक्साइट ट्रकों से होने वाली दुर्घटना में भी कमी आयेगी. बाइपास सड़क का निर्माण 19.8 किलोमीटर होगा. बाइपास सड़क लोहरदगा प्रखंड के बक्सी, बंजारकिस्को, गुडगांवा, हिरही, जोरी, कैमो एवं नींगनी गांव से गुजरेगी. सेन्हा प्रखंड के अरु, बंसरी, चंदकोपा एवं सेन्हा गांव से गुजरेगी. किस्को प्रखंड के अरेया, बगडू, बेठहट, पतरातू से गुजरेगी. कुल 17 गांवों से बाइपास सड़क गुजरेगी. लोहरदगा में बाइपास सड़क बनने से जाम से लोगों को मुक्ति मिलेगी. अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से जनता निराश है.
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