गोपालगंज. शिक्षा विभाग के निर्देश पर स्कूलों की जांच करने पहुंचे रहे बीआरपी के साथ नोक-झोंक और बंधक बनाने की घटना सामने आयी है. नगर थाना क्षेत्र के ब्लॉक राेड में स्थित संस्कृत पाठशाला में निरीक्षण करने पहुंची सदर ब्लॉक की एक बीआरपी को शिक्षक ने ही बंधक बना लिया और अंदर से विद्यालय के मुख्य गेट का ताला जड़ दिया. विवाद इस कदर बढ़ गया कि मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी तक पहुंच गया. डीइओ ने मामले को गंभीरता से लिया और बंधक बनी बीआरपी को विद्यालय से मुक्त कराते हुए शिक्षक पर कार्रवाई शुरू कर दी है. बता दें कि संस्कृत पाठशाला में दो विद्यालय टैग कर चलाया जा रहा है. शिक्षा विभाग के निर्देश पर सरकारी विद्यालयों को सुबह के 8 बजे से 10 बजे तक खुलना है. सुबह विद्यालय खुलने से पहले अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण कर बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति की जांच करनी है और तस्वीर लेनी है. सदर प्रखंड की बीआरपी निधि कुमारी सुबह 8:15 बजे संस्कृत पाठशाला में पहुंची. बताया जा रहा है कि सहायक शिक्षक रतिकांत मौजूद थे. अन्य शिक्षक नहीं आये थे. शिक्षक रतिकांत पर आरोप है कि उन्होंने मुख्य गेट बंद कर दिया और विद्यालय में बीआरपी को बंधक बना लिया. बीआरपी को तस्वीर नहीं खींचने दी. वहीं, शिक्षक रतिकांत का कहना है कि बीआरपी के द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज की गयी. मेरे द्वारा भी इस मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के यहां शिकायत की गयी है. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार गुप्ता ने कहा कि मामला गंभीर है. शिक्षक रतिकांत के 10 दिनों का वेतन काटा जा रहा है. शोकॉज भी किया गया है.जवाब असंतोषजनक आने पर आगे विभागीय स्तर से कार्रवाई की जायेगी.
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