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सामान्य पर पहुंचा वायु प्रदूषण

सीवान. वायु प्रदूषण से जूझ रहे सीवान को करीब एक सप्ताह बाद जहरीली हवा से मुक्ति मिली है. लोगों ने स्वच्छ हवा में सांस लिया है . नवंबर से वायु प्रदूषण के मामले में एक नया रिकॉर्ड दर्ज कर रहा था. दिन ब दिन क्षेत्र का एक्यूआई बढ़ रहा था.इसके पहले एक्यूआई 300 के आस पास रह रहा था.

सीवान. वायु प्रदूषण से जूझ रहे सीवान को करीब एक सप्ताह बाद जहरीली हवा से मुक्ति मिली है. लोगों ने स्वच्छ हवा में सांस लिया है . नवंबर से वायु प्रदूषण के मामले में एक नया रिकॉर्ड दर्ज कर रहा था. दिन ब दिन क्षेत्र का एक्यूआई बढ़ रहा था.इसके पहले एक्यूआई 300 के आस पास रह रहा था. अप्रैल में तेज पछुआ हवा के चलने के चलते लोगों को वायु प्रदूषण से राहत मिली थी. तीन मई को नगर के सीवान रेलवे स्टेशन क्षेत्र का एक्यूआई 286 था. बुधवार 75 दर्ज किया गया. मौसम के बदलाव के चलते अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह व मई के शुरुआत में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था. इधर मंगलवार से वायु गुणवत्ता में त्वरित सुधार हो रहा है. पर्यावरण विशेषज्ञों की माने तो हवा के रफ्तार में तेजी व पराली जलाने की घटना में कमी के चलते वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुआ है.बुधवार के दोपहर हवा का रफ्तार 21 किमी/घन्टा था. जो अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक था.अब हवा की गुणवत्ता में सुधार के आसार बन रहे है. प्रदूषण में सुधार होते ही सुबह की सैर पर निकले लोग संचार तकनीकी के विकसित होने के चलते लोगों को प्रदूषण में सुधार की सूचना एंड्राइड मोबाइल पर ही मिल जाए रही है. बुधवार की सुबह स्वास्थ्य लाभ लेने वालों की गतिविधि देखी गयी.मालूम हो कि कि हर साल सर्दी के साथ-साथ हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता है. लेकिन इस साल अप्रैल में भी क्षेत्र की हवा ज्यादा प्रदूषित हो गयी थी. लोगों को दूषित हवा के कारण आखों में जलन और गले में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.तेज पुरवा हवा के प्रभाव के चलते वायु गुणवत्ता में तेजी से सुधार हो रहा है.वही इस समय पराली जलाने की घटना भी नही हो रही है. जिसके चलते हवा सेहतमंद हो रही है.हाल के दिनों में पराली जलाने की घटनाओं नही देखी गयी है. विशेषज्ञों का कहना है कि आकाश में बादल व कोहरे के हवा दूषित हुई थी. मौसम में बदलाव हुआ तो वायु प्रदूषण से निजात मिला. धूप निकलने व तेज हवा के कारण उड़ते धूलकण व धुंआ वायुमण्डल में विलीन हो जाते है. इन दिनों में तेज गति से पुरवा व पछुआ हवा बहती है. जिससे क्षेत्र की हवा स्वच्छ हो गयी है. हवा के रफ्तार में तेजी व पराली के नही जलने से हवा की स्थिति में सुधार हो रहा है.वायु गुणवत्ता सूचकांक (एयर क्वालिटी इंडेक्स) एक नंबर होता है. इसके जरिए वैज्ञानिक विधि से हवा की गुणवत्ता का पता लगाया जाता है. साथ ही इसके जरिए भविष्य में होनेवाले प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाया जाता है. एक्यूआई संबंधित इलाके में मिलने वाले प्रदूषण के कारकों के आधार पर अलग-अलग होता है. राष्ट्रीय स्तर पर मिनिस्ट्री आफ एनवायरमेंट फारेस्ट व क्लाइमेंट चेंज ने यह व्यवस्था लागू की है. इसके लिए विशेष प्रयोगशाला लांच की गई है। इसे एक संख्या, एक रंग व एक विवरण के आधार पर लांच किया गया है. प्रदूषण की गंभीरता को समझाने के लिए रंगों को भी शामिल किया गया है.

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