रांची. रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार की अध्यक्षता में बुधवार को संपदा विभाग की बैठक हुई. इसमें पुरानी बिल्डिंग को बचाने के लिए बेहतर तरीके से मरम्मत कराने का निर्णय लिया गया. बिल्डिंग विभाग द्वारा बनाये गये प्रस्ताव में करीब 40 से 50 करोड़ का खर्च आ रहा था, जिस पर निदेशक ने कहा कि पुरानी बिल्डिंग पर इतना मोटा पैसा खर्च करना उचित नहीं होगा. कम खर्च में अच्छे से मरम्मत की जायेगी.
उन्होंने कहा कि डीआइजी ग्रांउड में जब ओपीडी ब्लॉक, सुपर स्पेशियालिटी और मदर-चाइल्ड केयर बिल्डिंग का प्रस्ताव है, तो पुरानी बिल्डिंग में नया कंस्ट्रक्शन नहीं किया जायेगा. वहीं, मेडिसिन, सर्जरी, न्यूरो सर्जरी और हड्डी विभाग से पिलर निकालकर सभी फ्लोर पर मरीज के परिजनों के लिए बैठने की व्यवस्था की जायेगी. अंडर पाथवे का निर्माण भी किया जायेगा. बैठक में अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ, संपदा पदाधिकारी डॉ शिव प्रिये आदि मौजूद थे.स्थायी रूप से हटाया जायेगा अतिक्रमण
रिम्स निदेशक ने बताया कि अस्पताल परिसर से अतिक्रमण स्थायी रूप से हटाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए सरकार से मदद मांगी गयी है. पुलिस-प्रशासन से सहयोग लेकर अतिक्रमण हटाया जायेगा. अस्पताल परिसर की घेराबंदी भी की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है