– जमीन अधिग्रहण की समस्या को लेकर हाइकोर्ट ने भी लिया था संज्ञान – मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सारण और वैशाली जिला के लोगों मिलेगी सीधी कनेक्टिवटी – . इस सड़क के बन जाने से पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी हिस्से का हाजीपुर व पटना जाने का एक और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हाे जायेगा संवाददाता, पटना राज्य के पांच जिलों को सीधी कनेक्टिविटी देने वाली एनएच 227 यानी अदलबाड़ी-मानिकपुर- साहेबगंज के निर्माण में जमीन अधिग्रहण की वजह से काम की गति धीमी है. इस कारण इस सड़क का निर्माण पूरा होने में विलंब हो सकता है. फिलहाल इस सड़क के निर्माण की समय-सीमा वर्ष 2026 है. पिछले दिनों इस सड़क के निर्माण में देरी और जमीन अधिग्रहण की समस्या को लेकर हाइकोर्ट ने भी संज्ञान लिया था. साथ ही नाराजगी जताते हुए संबंधित अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट मांगी थी. सूत्रों का कहना है कि पश्चिम और उत्तर बिहार के लिए बेहतर कनेक्टिविटी देने वाली इस सड़क के निर्माण से पूरे क्षेत्र के लाेगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी. फिलहाल इस सड़क के बनने से मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सारण और वैशाली जिलों के लोगों सीधी कनेक्टिवटी मिलेगी. इसके अलावा आसपास के जिलों के लोगों को भी आवागमन में सुविधा होगी. सूत्रों के अनुसार करीब 80 किमी लंबाई में विस्तार के लिए बनने वाली इस सड़क की अनुमानित लागत 1800 करोड़ रुपये है. इस सड़क का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत पूर्वी चंपारण के अदलवारी से सरैया के मानिकपुर तक बनी सड़क का साहेबगंज तक करीब 80 किमी लंबाई में विस्तार किया जा रहा है. इसमें कई जगह मिट्टी भराई का काम चल रहा है. इस सड़क के बन जाने से पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर जिले के पश्चिमी हिस्से का हाजीपुर व पटना जाने का एक और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हाे जायेगा.
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