सरिया. समृद्धि और सौभाग्य का त्योहार माने जाने वाला अक्षय तृतीया शुक्रवार को मनाया जाएगा. यह पर्व प्रत्येक वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस वर्ष यह पर्व 10 मई को है. आरपीएफ हजारीबाग रोड बैरक स्थित पंच मंदिर के पुजारी सब्यसाची पांडेय ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया को किये गये शुभ व धार्मिक कार्यों का अक्षय फल मिलता है. वर्ष में चार अनबूझ मुहूर्त होते हैं, जिसमें एक अक्षय तृतीया तिथि भी है. इस दिन कई शुभ व मांगलिक कार्य किये जाते हैं, जिसके लिए पंचांग विचारने व देखने की आवश्यकता नहीं होती है. बताया कि आज के दिन गंगा, यमुना, सरस्वती, त्रिवेणी जैसे मोक्षदायिनी नदियों या पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष फल मिलता है. पितरों के नाम दान व तर्पण करने से भी उन्हें पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. इस दिन घी के नौ दीपक जलाकर भगवान श्री विष्णु-लक्ष्मी की पूजा कर गरीबों का जरूरतमंदों को आवश्यक रूप से अन्न, वस्त्रादि का दान करना चाहिये. ब्राह्मणों को भोजन कराकर दक्षिणा देनी चाहिए. ऐसा करने से वैसे व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. बताया कि श्री रामचरितमानस का अरण्यकांड का पाठ करने से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त होता है. बताया कि जगत के पालनहार भगवान श्री विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी की जयंती भी अक्षय तृतीया को मनायी जायेगी. मान्यता है कि भगवान के छठे रूप परशुराम जी की आराधना करने से जातक को जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है. उनकी स्तुति करने से विशेष लाभ होता है. उक्त पर्वों को लेकर खुशी का माहौल है. बाजार में चहल-पहल है. पूजा-पाठ की सामग्री की जमकर बिक्री हुई. त्योहार को लेकर सरिया के श्री विष्णु मंदिर, सनातन मंदिर, ठाकुरबाड़ी मंदिर, राजदहधाम, शिव शक्तिधाम सहित कई अन्य मंदिरों में विशेष पूजा होगी. इसकी तैयारी की जा रही है.
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