लखीसराय. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत हर माह के 9 एवं 21 तारीख को जिले के अन्य सरकारी अस्पताल के साथ सदर अस्पताल में आयोजित गर्भवती का प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच शिविर में गुरुवार को 95 गर्भवती महिला का जांच किया गया. जिसमें दो महिला हाई रिस्क प्रेगनेंसी की शिकार पायी गयी. जबकि सात माह पूर्ण कर चुकी 28 महिला का अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग किया गया. डीएस डॉ राकेश कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में तैनात सभी स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक के नेतृत्व में दो दर्जन स्वास्थ्य कर्मी का टीम गठित कर शहर सहित जिले के विभिन्न क्षेत्र से आने वाली गर्भवती महिला का स्वास्थ्य जांच व चिकित्सक परामर्श के उपरांत दवा उपलब्ध किया गया. जबकि हाई रिस्क चिन्हित दोनों पीड़िता का सदर अस्पताल प्रबंधन को विशेष रूप से देखभाल के लिए पूरा डिटेल संरक्षित करने का निर्देश दिया गया. गर्भवती महिला का स्वास्थ्य जांच स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रूपा एवं डॉ रेखा कुमारी ने अन्य स्वास्थ्य कर्मी के सहयोग से किया. अल्ट्रासाउंड स्कैनिंग डॉ कुमार अमित ने किया.
पीएचसी में आशा दिवस के अवसर पर आशा कर्मियों की हुई बैठक
रामगढ़ चौक. प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़ चौक में आशा दिवस के अवसर पर प्रबंधक अरुण कुमार बीसीएम माला कुमारी की उपस्थिति में सभी आशा के साथ बैठक की गयी एवं कई निर्देश भी दिये गये. बैठक में सर्वप्रथम एमसीडी का महीने भर के कार्य की समीक्षा की गयी एवं विभाग के द्वारा निर्देशित कार्यों को समय के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया गया. साथ ही साथ हीट वेव को लेकर ओआरएस, जिंक वह आयरन सिरफ क्षेत्र के सभी छह माह से 59 माह तक के बच्चों के बीच साप्ताहिक वितरण करने एवं किशोरियों के बीच आयरन की गोली प्रत्येक सप्ताह वितरण करने का निर्देश दिया गया. इसकी जानकारी देते हुए प्रबंधक अरुण कुमार एवं डीसीएम माला ने संयुक्त रूप से बताया कि सभी आशा को अश्क दिवस के अवसर पर बधाई दी गयी. साथ ही साथ विभाग के द्वारा प्राप्त कार्यों को समय के अंदर पूरा करने का निर्देश भी दिया गया है एवं प्रत्येक बैठक में सभी आशा को उपस्थित रहने एवं अपने कार्य का रिपोर्ट कार्यालय में उपलब्ध करने का भी निर्देश दिया गया है.
52 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की हुई जांच
रामगढ़ चौक. प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामगढ़ चौक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के अंतर्गत डॉक्टर अंजलि के द्वारा विभिन्न क्षेत्र से आये 52 गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच पड़ताल की गयी. स्वास्थ्य की जांच में सभी गर्भवती महिलाओं के बीपी शुगर हीमोग्लोबिन पेट में बच्चों के मूवमेंट एवं अन्य कई तरह की जांच पड़ताल की गयी. जांच के दौरान पाये जाने वाले बीमारियों से संबंधित दवा भी उपलब्ध कराया गया एवं हीट वेव को लेकर अभी दोपहर में बाहर नहीं निकलने का निर्देश भी दिया गया. खान-पान में हरी सब्जी दाल एवं दूध का सेवन करने की सलाह दी गयी. इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर कंचन ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के जांच के साथ-साथ परिवार नियोजन के तहत तीन महिलाओं के डॉक्टर अंजलि के द्वारा बंध्याकरण ऑपरेशन भी किया गया. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद पीड़िता को 24 घंटे तक अस्पताल में रखा जायेगा. इसके उपरांत आठ दिन की दवा उपलब्ध कराकर इन सभी को घर भेजा जायेगा.
सूर्यगढ़ा सीएचसी में 123 गर्भवती महिलाओं की हुई एएनसी जांच
सूर्यगढा. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा में गुरुवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत एएनसी जांच शिविर आयोजित किया गया. शिविर में महिला चिकित्सक डॉ सीमा भारती, डॉ नेहा यादव एवं डॉ पूजा श्री के द्वारा कुल 123 गर्भवती महिलाओं का हीमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस-बी, एचआईवी, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, वजन आदि की जांच किया गया. शिविर में चिकित्सक के द्वारा प्रसूता की प्रसव पूर्व जांच का कार्य किया गया. गर्भस्थ शिशु के धड़कन जांचने के लिये डॉपलर टेस्ट किया गया. शिविर में परिवार नियोजन एवं प्रसव पूर्व तैयारी की जानकारी दी तथा गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच किया गया. शिविर में एएनएम के द्वारा पंजीकरण व वजन, ब्लड प्रेशर जांच एवं दवा का वितरण किया गया. शिविर में टीकाकरण तथा ट्रायज कक्ष में गर्भस्थ शिशु का हृदय की धड़कन की जांच किया गया. जांच के दौरान हाई रिस्क वाली एक गर्भवती की पहचान की गयी. बीएचएम प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि लैब जांच के बाद रिपोर्ट आने के बाद अन्य हार्ड रिस्क गर्भवती की पहचान हो पायेगी. शिविर में परिवार नियोजन काउंसलर अखिलेश कुमार द्वारा महिलाओं को परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपायों की जानकारी दी गयी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ वाईके दिवाकर ने बताया कि मातृ-शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम स्तर पर लाने को लेकर गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य प्रत्येक माह की 9 एवं 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत यह शिविर का आयोजन होता है. शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच किया जाता है तथा जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य के देखभाल की जानकारी दी जाती है. शिविर में गर्भवतियों की जांच कर उसका उचित इलाज होता है. प्रसव में जोखिम वाली एक गर्भवती महिला की पहचान किया जाता है, ताकि हाई रिस्क वाली गर्भवती महिला की पहचान करके बहुत सी जटिलताओं को कम कर उन्हें सुरक्षित प्रसव कराया जाता है.
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