मैरवा रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंशु अंकित ने एक नयी पहल शुरू की है. बेटियों के जन्म पर उनके माता-पिता को बधाई पत्र दिया जायेगा. इसकी शुरुआत गुरुवार से हो गयी है. अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने केंद्र की योजना बेटी बचाओ और बेटी बढ़ाओ के तहत गुरुवार की सुबह जन्म ली आधा दर्जन बेटियों के माता-पिता को बधाई पत्र दिया है. दरौली थाना क्षेत्र के कशिला गांव के मुन्ना गोंड की पत्नी दीपमाला साह सहित अन्य माता-पिता सम्मान पाकर काफी खुश हैं. कहा कि बेटी होने पर अस्पताल प्रबंधन ने सम्मान देकर हमें पहली बार गौरवान्वित किया है. अस्पताल की तारीफ करते हुए इन्होंने कहा कि इससे कोख में बेटी को मारने की मंशा पर रोक लगेगी. डॉ अंशु अंकित ने कहा की जननी बाल सुरक्षा अभियान के तहत शहरी क्षेत्र में एक हजार और ग्रामीण क्षेत्र में 1400 की राशि लाभुकों को दी जाती है. बेटियां बेटों से कम नहीं हैं, बल्कि आज के युग में हर क्षेत्र में बेटियां आगे हैं. यह संदेश देने की कोशिश है. अस्पताल मैनेजर नौशाबा परवीन ने कहा कि इस पहल को हर कस्बे तक पहुंचाने की जरूरत है, ताकि भ्रूण हत्या पर रोक लगाने में मदद मिल सके और बेटी पैदा होने पर माता-पिता गौरवान्वित महसूस कर सके. मैरवा रेफरल अस्पताल में गर्भवती महिलाओं सहित ओपीडी में इलाज कराने आने वाले सभी मरीजों को ब्लड से संबंधित जांच सुविधा बढ़ा दी गयी है. अब अस्पताल में सीआरपी, विड्राल, यूरिक एसिड, क्रेटीन की जांच शुरू हो गयी है. इसके साथ ही जांच रिपोर्ट मरीजों को लिफाफे में दिया जाना शुरू हो गया है. खासकर प्रसव कराने वाली महिलाओं को विशेष सुविधा मुहैया कराया जा रहा है, जिससे जच्चा और बच्चा को किसी तरह की कोई परेशानी नही हो. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंशु अंकित ने कहा कि मेरा प्रथम प्राथमिकता है कि अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को बेहतर से बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराया जाये, जिससे निजी अस्पताल में जाने से मरीज बचे. रेफरल अस्पताल को कार्पोरेट अस्पताल बनाने का प्रयास जारी है. चिकित्सकों की कमी के बावजूद बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है.
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