महनार. महनार प्रखंड के करनौती में ग्रामीणों के रोड नहीं तो, वोट नहीं, के निर्णय से संबंधित खबर प्रभात खबर के बुधवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद दूसरे दिन ही असर दिखने लगा. करनौती पंचायत के लोगों ने पक्की सड़क बनाने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान किया, तो ग्रामीण कार्य विभाग के आला अधिकारियों की टीम का दौरा करनौती गांव में शुरू हो गया. गुरुवार को अधीक्षण अभियंता समीर कुमार, कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग रुचिता राज एवं एग्जीक्यूटिव इंजीनियर महनार सम तबरेज आलम सहित अन्य अधिकारी करनौती पहुंचे. अधिकारियों ने ग्रामीणों से मिलकर उन्हें चुनाव के बाद 20 जून से विभाग द्वारा सड़क का निर्माण कार्य शुरू होने का आश्वासन दिया. साथ ही मतदान में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की. लेकिन ग्रामीणों का कहना था कि जब डीएम आकर उन्हें सड़क निर्माण का आश्वासन देंगे, तभी वे लोग विश्वास करेंगे.
ग्रामीणों ने पदाधिकारियों से कहा कि जबतक डीएम नहीं आते है, वे लोग रोड नही तो वोट नहीं, निर्णय पर डटे रहेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि 2007 में बनी यह सड़क कुछ ही दिनों में खराब हो गयी, तब से लेकर कितने चुनाव हुए और कितने जनप्रतिनिधि आए. लेकिन सड़क की समस्या जस की तस बनी रही. वहीं दूसरे तरफ लोकतंत्र में वोट की ताकत की मिसाल की चर्चा भी करनौती गांव में खूब हो रही है. लोगों ने कहा कि वोट का बहिष्कार अगर आज नहीं करते तो ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारी करनौती नहीं आते.
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