मधुबनी. जिले में विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में तीन वर्षों से अधिक समय से जमे चिकित्सकों का जून माह में स्थानांतरण किया जाएगा. इस संबंध में उच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के पदस्थापित चिकित्सकों का स्थानांतरण एवं पदस्थापन एवं 3 वर्षों से अधिक समय तक पदस्थापित चिकित्सकों के स्थानांतरण एवं पदस्थापन की समीक्षा के लिए अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य स्वास्थ्य समिति के सचिव संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय स्थानांतरण समिति का गठन किया है. इसमें अपर सचिव शैलेश कुमार, निदेशक प्रमुख डाॅ सुनील कुमार झा एवं अपर निदेशक डाॅ विशेश्वर प्रसाद शामिल हैं. कमिटी की अनुशंसा के आलोक में चिकित्सकों का माह जून में स्थानांतरण व पदस्थापन किया जायेगा. प्रस्ताव पर सक्षम प्राधिकार का अनुमोदन प्राप्त है. विदित हो कि जिले में 2 दर्जन से अधिक चिकित्सक वर्षों से पदस्थापित हैं. विदित हो कि वर्ष 2022 में विभिन्न कार्यक्रमों के संचालन एवं क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने को लेकर तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने जिले के 10 चिकित्सकों का जिले से अन्यत्र स्थानांतरित कर पदस्थापित करते हुए जिला में अन्य चिकित्सा पदाधिकारियों का पदस्थापन करने के लिए अपर मुख्य सचिव सहित डीएम को पत्र दिया था.अपर मुख्य सचिव को दिये पत्र में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा कार्य में शिथिलता बरतने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही निर्देश दिए जाने के बावजूद उनके द्वारा कार्य में अपेक्षित सुधार नहीं लाये जाने का भी जिक्र किया था. जिसके कारण स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रभावित होता है. अपने पत्र में तत्कालीन सीएस ने जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा कार्यक्रमों का सही ढंग से अनुपालन एवं पर्यवेक्षण नहीं करने, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी व अन्य प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को बार-बार निर्देश देने के बावजूद उनकी कार्यशैली में सुधार नहीं होने की बात कही थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि सभी चिकित्सा पदाधिकारी जिला एवं अन्य संस्थानों में 3 वर्षों से अधिक समय से चिकित्सक पदस्थापित हैं.
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