गया. शहरी क्षेत्र में आवास विहीन लोगों को घर देने के लिए नगर निगम की ओर से सहायता राशि दी जाती है. इस योजना में समय-समय पर नाजायज पैसे वसूलने का आरोप लगता रहा है. इतना ही नहीं कई संपन्न लोगों को भी आवास योजना देने का मामला पहले ही उजागर हो चुका है. इतना ही नहीं सबसे पहले राजीव आवास योजना व आइएचएसडीपी में कई तरह की गड़बड़ी सामने आ चुकी है. कई जगहों पर पैसा निकलने के बाद भी आवास नहीं बन सका है. इसमें सबसे बड़ा उदाहरण वार्ड नंबर 29 के विनोबा नगर है. दो दिन पहले कई लोगों ने नगर निगम में आवेदन देकर वार्ड नंबर 49 के पार्षद प्रतिनिधि पर आवास योजना में पैसा मांगने का आरोप लगाते हुए आवेदन दिया. इसके बाद नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने गुरुवार को इस मामले में जांच का आदेश उपनगर आयुक्त शिवनाथ ठाकुर को दिया है. उपनगर आयुक्त को तीन दिनों के अंदर जांच कर रिपोर्ट देनी है. निगम सूत्रों का कहना है कि आवास योजना लाभुक की सूची पिछले एक दशक का निकाल कर जांच की जाये, तो गड़बड़ी की संख्या सैकड़ों में निकल जायेगी.
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