गोपालगंज/गया. बिहार एसटीएफ और गोपालगंज पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर शुक्रवार को हार्डकोर नक्सली शशि रंजन उर्फ समीर दांगी उर्फ साबिर को गिरफ्तार किया है. गया जिले के गुरुआ थाना क्षेत्र के कोची गांव के रहनेवाले नक्सली पर थावे थाना क्षेत्र के फुलगुनी पंचायत के मुखिया मोहम्मद कुरैश की हत्या करने के अलावा औरंगाबाद, गया जिले में नक्सली वारदात को अंजाम देने का आरोप है. वहीं, सीवान में हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस ने इस नक्सली के पास से एक कट्टा, 1.28 किलोग्राम चरस और चोरी की एक बाइक बरामद की है. सदर एसडीपीओ प्रांजल त्रिपाठी ने नगर थाने में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. एसडीपीओ ने बताया कि नगर थाना क्षेत्र के हरखुआ ढाले के पास चरस की खरीद-बिक्री करने नक्सली समीर दांगी पहुंचा था, जहां से इसकी गिरफ्तारी हुई. उन्होंने बताया कि फुलगुनी पंचायत के मुखिया मो. कुरैश की हत्या में समीर दांगी ने शूटर की भूमिका निभायी थी. सीवान और गोपालगंज में रहकर आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहा था. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली को पनाह देनेवाले और इसके गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों की पहचान कर पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं, हार्डकोर नक्सली की गिरफ्तारी के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया और फिर पुलिस की कड़ी सुरक्षा में जेल भेजा गया. पुलिस ने नक्सली के आपराधिक इतिहास को सार्वजनिक किया है. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार थावे थाने में मुखिया कुरैश की गोली मारकर हत्या का मामला दर्ज है. कांड संख्या 38/23 में वांछित था. औरंगाबाद जिले में अंबा थाने में कांड संख्या 68/19 नक्सली हमले में वांछित था. देव थाना कांड संख्या 155/18 में नक्सली व विस्फोटक सामग्री के मामले में केस यूएपीए में दर्ज है. गया जिले में डुमरिया थाने में कांड संख्या 55/18 नक्सली हमला व विस्फोटक सामग्री का केस यूएपीए में दर्ज है. सीवान के बड़हरिया थाने में एनडीपीएस एक्ट व ऑर्म्स एक्ट में केस दर्ज है.
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