कुंदा. प्रखंड के अति सुदूरवर्ती मरगड्डा पंचायत के गारो गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. गांव में बिजली नहीं पहुंची हैं. यहां के लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं. सिंचाई का साधन नहीं होने से धान व मक्का को छोड़ कर अन्य फसलों की खेती नहीं कर पाते हैं. उक्त गांव के लोगों ने इस बार लोकसभा चुनाव में उक्त समस्याओं को लेकर वोट नहीं करने का मन बनाया है. पहाड़ पर बसे इस गांव में करीब 500 लोग निवास करते हैं. यहां के लोग कई सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हैं. कुछ जरूरतमंदों को राशन व पेंशन मिलता है. राशन उठाव करने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. गांव में प्राथमिक विद्यालय है. लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए इन बच्चों को पांच किमी की दूरी तय कर दूसरी जगह जाना होता है. विद्यालय दूर होने की वजह से कई बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. इन सभी समस्याओं को लेकर इस बार ग्रामीणों ने बैठक की और चुनाव में मतदान नहीं करने की बात कही. ग्रामीणों ने कहा कि बिजली नहीं, तो वोट नहीं. पहले गांव की समस्याएं दूर करो, तब करेंगे मतदान की आवाज बुलंद की. पवन कुमार भोगता ने कहा कि 13 वर्षों से मतदान करते आ रहे हैं. कई सांसद व विधायक बने, किसी ने गांव का विकास नहीं किया. मुंगेश्वर गंझू ने कहा कि चुनाव के वक्त उम्मीदवार गांव आते हैं और समस्या समाधान का आश्वासन देते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद भूल जाते हैं. बैठक में रामप्रसाद गंझू, रामपुकार कुमार गंझू, फुलेश्वर गंझू, पदारथ गंझू, सुदामा गंझू, पहल गंझू, नकेश्वर गंझू, लालन गंझू, ब्रजेश गंझू, मंजू देवी, गीता देवी, रीता देवी, सरिता देवी समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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