छपरा.
लोकसभा चुनाव में मतदान करने के लिए आधी आबादी उत्साहित है. इस बार के चुनाव में महिलाओं का वोट काफी महत्वपूर्ण होगा. सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न सामाजिक व शैक्षणिक संस्थाओं के माध्यम से आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में महिलाएं भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह, शिक्षाविद प्रीति सिंह, शहर की प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ नताशा, डॉ प्रियंका शाही, पूर्व मेयर राखी गुप्ता, एनएसएस कैडेट व राष्ट्रपति पदक विजेता अनीशा द्वारा लगातार लोगों से चुनाव के दिन मतदान करने की अपील की जा रही है. यूआइपीएस की सचिव प्रीति सिंह बताती हैं कि महिला सशक्तीकरण से देश के विकास को भी नयी दिशा मिल रही है. वोट किसे करना है और क्यों करना है इसके लिए महिलाओं को जागरूक होना पड़ेगा. आज हमें आधी आबादी कहकर संबोधित किया जाता है. समाज के सभी क्षेत्रों में हमारा प्रतिनिधित्व बढ़ा है. यह कहीं न कहीं हमारे मतदान से ही संभव हो सका है. कल तक दबी सहमी माहिलाएं आज निर्भिक होकर मतदान कर रही हैं. उन्होंने कहा कि छपरा की माहिलाएं जागरूक हैं. इस बार छपरा का वोटिंग परसेंटेज बढ़ेगा. निश्चित रूप से माहिलाएं अपने अधिकार के लिए आगे आयेंगी.महिलाओं को वोट की कीमत समझनी होगी :
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि निजी स्कूलों में भी जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. बच्चे पेंटिंग व स्लोगन के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मतदान केंद्रों पर महिलाओं की उपस्थिति बढ़ी है. आज एक-एक वोट की कीमत है. हमें एक ऐसी सरकार चुननी चाहिए, जो भारत को तरक्की की नयी राह दिखा सके. देश की तरक्की होगी तो हर व्यक्ति आगे बढ़ेगा. इसके लिए महिलाओं को मतदान के महत्व को समझना होगा. माहिलाएं स्वयं को जागरूक करने के साथ-साथ पुरुषों को भी मतदान के लिए जागरूक करें.महिलाओं को एक बेहतर माहौल मिलना जरूरी :
पूर्व मेयर राखी गुप्ता ने महिलाओं के स्वावलंबन और सशक्तिकरण को जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि शादी के बाद भी महिलाओं को अपने कौशल को साबित करने का अवसर मिलना चाहिए. चुनी हुई सरकारों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि महिलाओं की आर्थिक उन्नति को लेकर भी कार्यक्रम बनाएं. जाति और धर्म के बंधन से हटकर विकास के मुद्दे को ध्यान में रखकर हमें वोट देना चाहिए. माहिलाएं तरक्की करें इसके लिए एक बेहतर माहौल मिलना चाहिए. किचने से निकलें और पहले देने जाएं वोट : इस बार मतदान को लेकर गृहणियां भी उत्साहित हैं. कुमारी आशी, अमीषा, प्रियंका, प्रीति राज आदि महिलाओं ने बताया कि स्थानीय स्तर पर बहुत सारी समस्याएं हैं. उसे ध्यान में रखकर हमें अपना प्रतिनिधि चुनना चाहिए. मतदान का अवसर बार-बार नहीं मिलता है. चुनाव के दिन किचेन से निकलें और एक जिम्मेवार नागरिक की तरह माहिलाएं वोट देने जाएं. विकास चाहिए, तो पहले मतदान करें.क्या कहती हैं महिलाएं
माहिलाएं तभी स्वावलंबन की ओर अग्रसर होंगी जब उन्हें संविधान से मिले मताधिकार को प्रयोग करने का अवसर मिलेगा. आज देश में माहिलाएं आगे बढ़ रही हैं. महिला सशक्तीकरण से देश के विकास को भी नयी दिशा मिल रही है. वोट किसे करना है और क्यों करना है. इसके लिए महिलाओं को जागरूक होना पड़ेगा.प्रीति सिंह,
शिक्षाविदअच्छी सरकार चुनना हमारा कर्तव्य है. पिछले कुछ वर्षों में मतदान केंद्रों पर महिलाओं की उपस्थिति बढ़ी है. आज एक-एक वोट की कीमत है. हमें एक ऐसी सरकार चुननी चाहिए जो भारत को तरक्की की नयी राह दिखा सके. देश की तरक्की होगी तो हर व्यक्ति आगे बढ़ेगा. इसके लिए महिलाओं को मतदान के महत्व को समझना होगा.सीमा सिंह,
अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशनस्थानीय स्तर पर बहुत सारी समस्याएं हैं. उसे ध्यान में रखकर हमें अपना प्रतिनिधि चुनना चाहिए. मतदान का अवसर बार-बार नही मिलता है. चुनाव के दिन किचेन से निकलें और एक जिम्मेदार नागरिक की तरह माहिलाएं वोट देने जाएं. विकास चाहिए, तो पहले मतदान करें.
कुमारी आशी,
गृहणीहर हाल में वोट देना जरूरी है. घर के कामकाज को बाद में निपटाएं. पहले मतदान केंद्र पर वोट देने जाएं आसपास की महिलाओं को भी जागरूक करें. महिलाएं जिस प्रकार पर्व त्योहारों में उत्साहित रहती हैं. उसी प्रकार लोकतंत्र के इस महापर्व को भी मनाएं.
अमीषा कुमारी,
गृहणीवोट देना हमारा मौलिक अधिकार है. धर्म और जाति के बंधन को भूलकर हमें वोट देना चाहिए. माहिलाएं स्वयं को जागरूक करने के साथ-साथ पुरुषों को भी मतदान के लिए जागरूक करें. अगर महिला तय कर ले तो घर का कोई भी सदस्य मतदान करने से छूटेगा नहीं.
राखी गुप्ता,
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