मोतिहारी. अक्षय तृतीया को लेकर शुक्रवार को सर्राफा बाजार में काफी चहल-पहल रही. लोग सोने के आभूषण खरीदते नजर आये. वहीं व्यवसायी अपने दुकानों को आकर्षक ढंग से सजाकर ग्राहकों को लुभाने में लगे रहे. अक्षय तृतीया के दिन लोगों ने सुबह स्नान आदि कर भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की. यह त्योहार प्रत्येक वर्ष बैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इसे आखातीज भी कहते है. अक्षय तृतीया का शाब्दिक अर्थ है जिसका क्षय नहीं होता हो. मान्यता के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन सुहागिन महिलाएं एवं कन्याएं माता गौरी की पूजा-अर्चना करती है. इस दिन सोना के आभूषण, मिट्टी के बर्तन, जौ खरीदने से घर में धन, यश व वैभव की वृद्धि होती है. इसका शुभ मुहूर्त सुबह 04.16 से प्रारंभ होकर 11 मई को प्रात. 2.51मिनट पर समाप्त होगी. सर्राफा बाजार, वाहन बाजारों में काफी चहल पहल रहा. कई लोगों ने तो सर्राफा बाजार के व्यवसायियों एवं वाहन व्यवसायी को रुपया-पैसा देकर एक सप्ताह पहले ही अपना-अपना बुकिंग करा चुके है. खरीदारी का यह सिलसिला देर शाम तक चलने की संभावना है.
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