औरंगाबाद. औरंगाबाद जिले के अति नक्सलग्रस्त मदनपुर प्रखंड के दक्षिणी इलाके में पुलिस को बम से उड़ाने की नक्सली साजिश नाकाम हो गयी. समय रहते सुरक्षा बलों ने चार आइइडी को खोजकर उसी जगह पर नष्ट कर दिया गया. जानकारी मिली कि नक्सलियों की टोह में लगे या यूं कहे नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान में लगे सुरक्षा बलों को उड़ाने की एक बड़ी साजिश रची गयी थी. पचरूखिया गांव के समीप व लडुईया पहाड़ व शिकारी कुईयां के इलाके में लगभग तीन-तीन किलो का चार आइइडी प्लांट किया गया था. उसी रास्ते से सुरक्षा बलों को गुजरना भी था. नक्सली गतिविधियों व जगह-जगह आइइडी प्लांट की सूचना पर गुरुवार की देर शाम सुरक्षा बलों ने उक्त इलाके में सर्च अभियान चलाया. सुरक्षा बलों ने एक-एक कर चार आइइडी भी खोज निकाले. इसके बाद कोबरा के बम निरोधक दस्ता द्वारा जंगल में ही सभी आइइडी को डिफ्यूज कर दिया गया. कोबरा के कमांडेंट कैलाश आर्या ने बताया कि सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने व ग्रामीणों में भय पैदा करने के लिए आइइडी बम लगाये गये थे. इसकी भनक सुरक्षा बलों को लग गयी, जिसके बाद सघन सर्च ऑपरेशन चलाया गया. सर्च ऑपरेशन के दौरान जमीन के अंदर प्लांट किये गये चार आइइडी को बरामद करते हुए यथास्थान पर डिफ्यूज कर दिया गया. एसपी स्वप्ना जी मेश्राम ने बताया कि एक-एक नक्सलियों के खात्मे तक अभियान चलेगा. लगभग नक्सल समस्या खत्म होने के कगार पर है. पुलिस की नाकेबंदी और निगरानी नक्सल इलाकों में भय का माहौल खत्म हो गया है. बचे-खुचे नक्सली समाज के मुख्यधारा से जुड़ जाएं इसी में उनकी भलाई है. ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले छकरबंधा व पचरूखिया के इलाके से पुलिस ने लगातार कई जगहों से आइइडी बरामद किया था. उस वक्त भी नक्सलियों ने पुलिस पर हमला करने की साजिश रची थी. वैसे भी मदनपुर का दक्षिणी इलाका पहाड़ों और जंगलों से घिरा है. कई दशक तक इस इलाके में नक्सलियों की समानांतर सरकारें चलती थी, लेकिन अब माहौल पूरी तरह बदल चुका है. बचे-खुचे नक्सली पुलिस के भय से भागे फिर रहे हैं.
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