कटिहार. केला में पनामा बिल्ट रोग से परेशान जिले के किसान अब मक्के फसल की ओर अपना रुख कर भारी पैमाने पर इसकी खेती कर रहे हैं. मकई फसल बुआई के बाद इन दिनों दाना कम और कीड़े की प्रहार से कई प्रखंडों के किसान हताश हैं. अलग-अलग प्रखंडों के मक्के किसानों के बीच लागत आय निकल पाना भी मुश्किल साबित हो रहा है. इसका मुख्य कारण मक्के की बीज गड़बड़ी होने का मान रहे हैं. कई प्रखंडों के करीब दो दर्जन किसानों ने चार मई को जिला कृषि पदाधिकारी को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर जांच कर कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं. इसी क्रम में प्राणपुर के करीब डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों ने जिला कृषि पदाधिकारी को आवेदन देकर जांच कर कार्रवाई करने व मुआवजे की मांग की है. मक्का किसान लोतुन देवी, सुखनी देवी, अक्षय कमार सिंह समेत दो दर्जन करीब किसानों ने जिला कृषि पदाधिकारी को दिये आवेदन में बताया कि प्राणपुर प्रखंड के जल्ला हरेरामपुर के सभी किसान हैं. लोतुन देवी ने बताया कि सात बीघे में हाइब्रीड सएसएमएच 9055, सुखनी देवी अपने खेत में हाइब्रीड मक्का बी एवं गांव के भी अन्य किसानों ने 5577, 9053 बी लगाये थे. लेकिन मक्के की फसल में दाना नहीं आने से उनलोगों को बीच परेशानी बढ़ गयी है. कंपनी के कमी को इस बात से अवगत कराने पर केवल टाल मटोल किया जा रहा है. उनलोगों द्वारा आश्वसन दिया जा रहा है कि जांच कर्ता जायेंगे. लेकिन बीस दिनों से वे सभी किसान बात कर कर थक चुके हैं. अब तक कोई भी साकारात्मक पहल कंपनी द्वारा नहीं किये जाने की स्थिति में उनलोगों ने जिला कृषि पदाधिकारी को आवेदन देकर जांच कर् कार्रवाई की मांग की है. कई खेतों में कीड़े का बढ़ रहा है प्रकोप ——————————————– दलन पूरब के कई किसानों का कहना है कि कई एकड़ में उनलोगाें द्वारा मकई की खेती की गयी है. बढ़ रहे पौधों में अजीब तरीके का कीड़ा लग जा रहा है. जड़ को खाने के कारण पौधे खराब हो रहे हैं. इसको लेकर पूर्व में पौधा संरक्षण सहायक निदेशक को अवगत कराया गया. उनलोगों ने बताया कि इस तरह की समस्या कुरसेला, मनिहारी समेत अन्य प्रखंडों में सुनने को मिल रहा है. इस ओर कृषि विभाग की ओर से जल्द ही कोई उपाय नहीं किया गया तो मक्का किसानों की परेशानी और बढ़ सकती है. जांच के दिये गये निर्देश, बनायी गयी जांच कमेटी ——————————————————— जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि मक्का फसल में दाना नहीं लगने से संबंधित जांच कर जांच प्रतिवेदन समपित करने के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनायी गयी है. उन्होंने बताया कि लोतुन देवी एवं सुखनी देवी के द्वारा दिये आवेदन के आलोक में आठ मई को तीन सदस्यीय जांच कमेटी में वरीय वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण एवं अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को शामिल किया गया है. आवेदक द्वारा दिये गये आवेदन से प्रतीत होता है कि मक्का के फसल में दाना नहीं लगा. इससे जिले में मक्का फसल रोगग्रस्त होने की संभावना है. इसके लिए मक्के की फसल की जांच आवश्यक है. जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
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