फुसरो. भगवान परशुराम की जयंती शुक्रवार को जगह-जगह मनायी गयी. कई जगह धार्मिक अनुष्ठान भी हुए. फुसरो नया रोड स्थित मिथिलेश शर्मा के आवासीय कार्यालय में हुए कार्यक्रम में पुजारी रजनीकांत पांडेय ने पूजा करायी. लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया. मुख्य रूप उपस्थित गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि भगवान परशुराम ने अपने ज्ञान, शौर्य और तपोबल से न्याय की स्थापना की थी. उनके पद चिह्नों पर चलने की जरूरत है. समाजसेवी युगेश तिवारी ने कहा कि भगवान परशुराम आठ चिरंजीवी में से एक हैं जो आज भी धरती पर मौजूद हैं. अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण उनकी शक्ति भी अक्षय थी. मौके पर चुन्नू सिंह, नवीन पांडेय, दीपक महतो, अविनाश शर्मा, ओमप्रकाश राजा, दिलीप शर्मा, संतोष पांडेय, ललन कुमार, रोहित मिश्रा, रवि शर्मा, संतोष साव, समरेश सिंह, रणजीत सिंह, दिलीप सिंह, मनोज शर्मा, गुड्डू शर्मा, संतोष उपाध्याय, दिनेश सिंह, अभिमन्यु कुमार आदि मौजूद थे. करगली बाजार स्थित कौटिल्य भवन में कौटिल्य महापरिवार बेरमो की ओर से जयंती मनायी गयी. अध्यक्ष अजय झा, व्यवस्थापक बसंत पाठक समेत अन्य लोगों ने भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित किये. सचिव बृज बिहारी पांडेय व संगठन सचिव रामनरेश द्विवेदी ने कहा कि भगवान परशुराम ने अत्याचार का अंत किया था. ब्राह्मण ही एकमात्र जाति है जो निस्वार्थ भाव से संपूर्ण समाज को साथ में लेकर चलने की क्षमता रखती है. अध्यक्ष व व्यवस्थापक ने कहा कि आज ब्राह्मण समाज एक हो रहा है. इसका परिणाम आने वाले समय में दिखने को मिलेगा. मौके पर देवतानंद दुबे, बबन चौबे, रवींद्र मिश्रा, संतन मिश्रा, पंकज पांडेय, धीरज पांडेय, कुमार गौरव, संजीत तिवारी, लालू गिरि, अजीत झा, शैलेंद्र मिश्रा, झब्बू तिवारी, धर्मेंद्र तिवारी, कैलाश ठाकुर आदि मौजूद थे. इधर, पिछरी बस्ती स्थित गायत्री मंदिर प्रांगण में ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया. मौके पर मुकेश मिश्रा, राम प्रवेश मिश्रा, उदेश दुबे, पंचानन मिश्रा, पंकज मिश्रा, राकेश मिश्रा, कैलाश पांडेय, कारू मिश्रा, चंददेव मिश्रा आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है