प्रणव(रांची). झारखंड में नशे के कारोबार में शामिल तस्करों को गिरफ्तार करने में पुलिस पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है. फिलवक्त राज्य के 22 जिलों और एक रेल जिला में 2243 नशा तस्कर फरार है. सभी के खिलाफ राज्य के विभिन्न जिलों के थानों में वर्ष 2019 से 2023 के बीच एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किये गये थे. लेकिन इन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पा रही है. कुछ दिनों पहले डीजीपी अजय कुमार सिंह की समीक्षा में यह बात सामने आयी है. राज्य में सबसे ज्यादा चतरा जिले में 754, रांची में 325, जमशेदपुर में 318, लातेहार में 169, पलामू में 141, सरायकेला में 110, खूंटी में 105 और हजारीबाग में 87 आरोपी फरार हैं. अब तक कुछेक मामलों को छोड़ दिया जाए, तो सिर्फ छोटे धंधाबाजों को पकड़ने तक ही पुलिसिया कार्रवाई सामने आ रही है. यही वजह है कि कुछ दिनों पहले नशा से जुड़े मामले में नशा के बड़े तस्करों को पकड़ने के लिए कोर्ट ने झारखंड पुलिस को निर्देश दिया था. उधर, डीजीपी के स्तर पर भी नशा के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश पूर्व में दिए गए थे.
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