केंद्र सरकार की ओर से पूरे देश के सभी राज्यों के कुछ जिलों को स्मार्ट सिटी योजना का काम कर शहर को स्मार्ट बनाने की योजना थी. इसके तहत बिहार में भागलपुर को स्मार्ट सिटी शहर के लिए पहला जिला के रूप में चुना गया. चयन के बाद 2016 में स्मार्ट सिटी योजना के कार्य को मंजूरी मिली. जून 2024 तक इस पूरे काम को करना है, लेकिन अभी तक इस योजना में से कुछ पर काम पूरा नहीं हो पाया है. इस योजना को पूरा करने के लिए जून 2024 अंतिम तिथि है.
980 करोड़ की है योजना, 15 पर पूरा हो गया है काम
भागलपुर स्मार्ट सिटी योजना का काम लगभग 980 करोड़ का है. इस राशि से शहर में कुल 19 योजनाओं पर काम होना है, लेकिन अभी तक 15 योजना पर काम पूरा हुआ है. अभी तक चार योजनाओं पर काम पूरा नहीं हो पाया है. इनमें भैरवा तालाब का काम, मल्टी लेबल पार्किंग, एयरपाेर्ट के बाउंड्री की फिनिसिंग व बरारी पुल घाट के पास हो रहे रिवर फ्रंट का काम मुख्य है. मल्टी लेबल पॉकिंग का काम पूरा हो गया है, बस इसमें रूफ टॉफ गेस्ट हाउस का काम बचा है.इन 15 योजनाओं पर हो गया है काम
स्मार्ट सिटी की 19 योजनाओं में से 15 का काम पूरा हो गया है. जिन योजनाओं पर काम पूरा हो गया है उसमें रूफ टॉफ सोलर, वेडिंग कियोस्क, नाइट सेल्टर, टाउन हॉल, हाई मास्ट लाइट, ट्रांसफर स्टेशन, विसर्जन घाट, ई-टॉयलेट, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर सॉफ्टवेयर, कमांड एंड कंट्रोल बिल्डिंग, स्मार्ट रोड, शहर के पांच स्कूलों को किया गया स्मार्ट, जॉगसर, सर्फेस पार्किंग जैसी योजनाओं का काम पूरा हो गया है.2016 में मिली थी मंजूरी, 2021 तक पूरा करना था सभी काम, दो बार दिया गया एक्सटेंशन
भागलपुर स्मार्ट सिटी योजना पर वर्ष 2020 में पूरी तरह से काम शुरू किया गया. इस कार्य को जून 2021 तक पूरा करना था, लेकिन 2021 तक काम पूरा नहीं हुआ, फिर इसका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ाया गया. इसके बाद भी योजना पूरी नहीं हो पायी. इसके बाद दो साल के लिए और बढ़ाया गया. अब शेष बचे चार काम को जून 2024 तक पूरा करना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है