जामताड़ा. झारखंड शिक्षा परियोजना की ओर से शनिवार को जेबीसी मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में जैक मैट्रिक व इंटर में टॉप टेन में आने वाले छात्र-छात्राओं काे प्रशस्ति-पत्र, मेडल व कलम देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ डीसी कुमुद सहाय, डीडीसी निरंजन कुमार, डीइओ डाॅ गोपाल कृष्ण झा, डीएसइ राजेश कुमार पासवान ने संयुक्त रूप से किया. डीसी ने कहा कि शिक्षक भगवान से भी ऊपर माने गये हैं. इसलिए इस भूमिका को समझें और बच्चों में अच्छा संस्कार डालने की भरपूर कोशिश करें. बच्चों को सोशल मीडिया में समय न देकर पुस्तकों में समय लगाना चाहिए, जो बच्चे अभी जिले के टॉपर हैं. उन्हें अगली बार राज्य का टॉपर बनने का प्रयास करना है. वहीं डीडीसी ने कहा कि शिक्षक बच्चों की क्षमता को उभारने के लिए पर्याप्त समय दें. उनकी क्षमता को बताकर उन्हें प्रोत्साहित करें. डीइओ ने कहा जिले में शिक्षकों की कमी माध्यमिक परीक्षा में जिला 20वें स्थान का कारण रहा. शीघ्र ही खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों में डेपुटेशन कर तत्काल शिक्षकों की व्यवस्था की जायेगी. तीन एसओइ (सीएम एक्सीलेंस स्कूल) में साइंस, कला आदि में 40 बच्चों का सेक्शन होने से बहुत से बच्चे एडमिशन से वंचित हो जा रहे हैं. इसके लिए माध्यमिक निदेशक को अवगत कराया गया है. डीएसइ ने कहा कि शिक्षकों की कमी के आलावा यदि विद्यालय स्तर पर प्रयास में कमी के कारण परीक्षाफल खराब हुआ हो तो वह प्रकाश में आना चाहिए और उसका सही उपाय होना चाहिए. खराब रिजल्ट वाले माध्यमिक स्कूलों की हुई समीक्षा वहीं दूसरी ओर डीइओ ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, झारखंड आवासीय विद्यालय सहित 71 माध्यमिक व 39 वैसे विद्यालयों के माध्यमिक परीक्षा फल की समीक्षा की, जिनमें अनुत्तीर्णता प्रतिशत जिला के अनुत्तीर्णता प्रतिशत 12.29 से ज्यादा रहा. समीक्षा में पर्याप्त संख्या में शिक्षकों का ना होना, कुछ बच्चों की पारिवारिक पृष्ठभूमि और प्रयास की कमी भी पाया गया. पिछले नौ माह में बहुत से शिक्षकों ने योगदान किया है, परंतु विज्ञान शिक्षकों की अब भी बहुत कमी है. मौके पर एडीपीओ संजय कुमार कापरी, एपीओ उज्ज्वल मिश्र, वंदना भट्ट, अजय कुमार आदि थे.
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