प्रतिनिधि, मिहिजाम श्रमिक संगठन सीएआरसी ने मतदान कर्मियों के लिए टीए-डीए देने की मांग की है. इंटक महासचिव इंद्रजीत सिंह ने चिरेका के मुख्य कार्मिक अधिकारी को ज्ञापन देकर कहा है कि रेलवे बोर्ड, चुनाव आयोग के सकारात्मक प्रतिक्रिया के बावजूद चितरंजन के श्रमिकों को इससे वंचित किया जा रहा है. दक्षिण रेलवे, इसीएल सहित केंद्र सरकार के विभिन्न संगठनों ने लंबे समय से अपने चुने गए कर्मचारियों को टीए-डीए देने की प्रणाली बना रखा है, लेकिन मतदान ड्यूटी पर भेजे गए सीएलडब्ल्यू कर्मियों को टीए-डीए दिए देने पर चुप्पी रखा है. यहां तक कि मतदान कर्मियों को अपने खर्चे पर तीन बार मतदान प्रशिक्षण में भाग लेना पड़ता है. मतदान कर्मियों को आर्थिक नुकसान से मुक्ति दिलाने के लिए पहल की मांग की गयी है.
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