भभुआ नगर. जिले के सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इसे देखते हुए विभाग द्वारा जिले में करोड़ों रुपये खर्च किये गये हैं. करोड़ों रुपये खर्च कर विद्यालय में छात्र-छात्राओं को बैठने के लिए बेंच डेस्क की भी सप्लाइ की गयी है, तो वहीं जिस विद्यालय में भवन नहीं है वहां प्री फैब स्ट्रक्चर का निर्माण कर वर्ग कक्ष बनाया गया है, ताकि छात्र-छात्राओं को पढ़ने में किसी प्रकार की कोई परेशानियां का सामना नहीं करना पड़े. लेकिन, अभी भी जिले के अधौरा प्रखंड में स्थित बड़वानकलां प्लस टू उच्च विद्यालय भी है, जहां वर्ग कक्ष मात्र छह हैं, लेकिन विद्यालय में वर्ग एक से इंटर तक की पढ़ाई होती है. यानी एक ही कमरे में दो-दो वर्ग के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई एक साथ होती है. हालांकि, विभाग द्वारा माध्यमिक विद्यालय बनाये जाने के बाद 2019 में हाइस्कूल का भवन बनाने के लिए राशि आवंटित किया गया था, लेकिन अभी तक कार्य अधूरा है. विद्यालय में साढ़े तीन सौ छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. गौरतलब है कि अधौरा प्रखंड के सुदूर व पहाड़ी क्षेत्र में बड़वानकलां गांव में विद्यालय स्थित हाेने के कारण अभी भी उपेक्षित पड़ा है. विद्यालय में नौवीं, 10वीं, 11वीं व 12वीं के छात्र-छात्राएं भी नामांकित हैं, लेकिन भवन का निर्माण नहीं किया गया है. = मध्य विद्यालय में पढ़ते हैं हाइस्कूल के छात्र-छात्राएं बड़वानकलां विद्यालय को अपग्रेड करते हुए प्लस टू बना दिया गया है, लेकिन आज भी हाइस्कूल के छात्र-छात्राएं मध्य विद्यालय के लिए निर्माण किये गये भवन में ही पढ़ने के लिए बाध्य है. हाइस्कूल बने कई वर्ष बीत गया, लेकिन अभी भी भवन निर्माण का कार्य अधूरा है. = विद्यालय में कार्यरत हैं 15 शिक्षक बड़वानकलां उच्च विद्यालय में छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए 15 शिक्षक कार्यरत है, लेकिन विद्यालय में भवन के अभाव के शिक्षक कार्यालय में बैठकर समय बिताते है, जबकि विद्यालय में भवन का अभाव रहने के कारण एक साथ दो वर्ग कक्ष का संचालन किया जाता है. = एचएम कई बार विभाग को दे चुके हैं पत्र विद्यालय भवन निर्माण के लिए प्रधानाध्यापक कई बार त्राहिमाम संदेश वरीय अधिकारी को लिख चुके हैं, इसके बावजूद वरीय अधिकारियों द्वारा इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया. इस संबंध में प्रधानाध्यापक मदन कुमार सिंह ने बताया विद्यालय में भवन की कमी रहने के कारण छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित है. इसकी जानकारी कई बार विभाग को दी गयी है, इसके बाद भी अभी तक भवन निर्माण का कार्य नहीं कराया गया. साथ ही कहा 2019 में विद्यालय पर हाइस्कूल का भवन निर्माण का कार्य प्रारंभ किया गया था, लेकिन नींव की खोदाई के बाद कार्य अभी तक अधूरा छोड़ दिया गया.
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