मुरलीगंज. स्टटे हाइवे-91 को खलिहान बनाये जाने पर प्रशासन बेपरवाह है. जदिया, कुमारखंड से लेकर मीरगंज, मुरलीगंज, कोल्हायपट्टी, बभंगामा, डुमरिया, रजनीगोठ, प्रसादी चौक, तुलसिया, लक्ष्मीपुर, बिहारीगंज, किशुनगंज सहित अन्य जगहों से गुजर रही इस सड़क पर हर जगह ऐसे ही दृश्य दिख रहे हैं. कहीं मक्के का ढेर लगा हुआ है, तो कहीं उसे सड़क पर सूखाया जा रहा है. कहीं बोरे में भरे जा रहे हैं, तो कहीं ट्रैक्टर पर लादे जा रहे है. किसान मक्के का दाना छुड़ाने, उसे सुखाने से लेकर उसके भंडारण व उसकी बिक्री यही से कर रहे हैं. अनाज से भरे बोरों को यहीं खाली किया जा रहा है. इतना ही नहीं, उनके अनाज पर कोई गाड़ी न चढ़ जाय, इसके लिए वे सड़क पर ही बांस-बल्ला लगाकर जगह सुरक्षित कर लेते हैं. बांस बाल्ले, बोल्डर से घेरा बनाने के कारण सड़क संकरी हो गयी है. सड़क की बायीं और दायीं ओर अनाज इस तरह फैलाकर सुखाये जा रहे हैं कि वाहनों को जिगजैग कर आगे बढ़ना पड़ रहा है. ऐसे में सामने से आ रही गाड़ी को या तो दूर ही रूकना पड़ रहा है या आमने-सामने होने पर जाम की समस्या होती है. दाना छुड़ाना, सुखाना व भंडारण भी यहीं होगा, तो आखिर कहां चलेंगे वाहन- सड़क पर गुजरने वाले वाहन अगर गलती से अनाज के दाने पर चक्का बढ़ा देते हैं, तो किसान गाली-गलौज व मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. बिहारीगंज से मुरलीगंज की ओर आ रहे ट्रक चालक हरीश ने बताया कि हमलोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. जब हम रोड टैक्स के रूप में लाखों रुपये जमा करते हैं, तो इस तरह की परेशानी का सामना क्यों करें. बीते दिनों मुरलीगंज-बिहारीगंज स्टेट हाईवे 91 पर हाइवा और ऑटो की टक्कर में ऑटो चालक सहित तीन व्यक्ति घायल हो गये थे. स्टेट हाइवे-91 से पूर्णिया की ओर जा रहे बाइक सवार अखिलंद्र प्रसाद ने बताया कि हाइवा व ऑटो टक्कर की वजह सड़क के दोनों और अतिक्रमण है. अनाजों के पसरे होने से सड़क छोटी हो गयी है. सड़क पर खड़े किये मवेशी व जलावन के ढेर, गेहूं के भूसे, गेहूं की बालियों के ढेर से भरे पड़े हैं. इसे बचाने के चक्कर में दुर्घटना हो रही है.
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