प्रतिनिधि, उरीमारी
सीसीएल कॉलोनी जरजरा में जलापूर्ति व्यवस्था 10 दिन से ठप है. वाटर सप्लाई की मेन लाइन क्षतिग्रस्त होने से यह समस्या उत्पन्न हुई है. दरअसल, इस कॉलोनी में नाली निर्माण का काम ठेकेदार लालधारी साव को मिला था. करीब 25 मीटर नाली निर्माण के लिए गड्ढा खोदने के लिए जेसीबी मशीन लगायी गयी. इसी मशीन से सीसीएल वाटर सप्लाई की मेन लाइन उखड़ गयी. पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद स्थानीय महिलाओं ने ठेकेदार से मरम्मत की मांग की. आश्वासन देने के बाद भी ठेकेदार ने अगले तीन-चार दिन तक मरम्मत का काम नहीं कराया. जब स्थानीय महिलाओं ने ठेकेदार को फिर से घेरा, तब उसने प्लास्टिक का पाइप लगा कर व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया, लेकिन पुन: महिलाओं ने प्लास्टिक पाइप लगाने का विरोध किया. कहा कि प्लास्टिक का पाइप कुछ ही दिन में सड़ जायेगा, इसलिए पूर्व की ही तरह लोहे का पाइप लगाने का काम हो. करीब 10 दिन बीतने के बाद भी पाइप लाइन की मरम्मत नहीं हुई है. महिलाओं का कहना है कि पानी के लिए काफी परेशानी हो रही है. दो-तीन किलोमीटर दूर नदी से पानी लाना पड़ रहा है. जबकि टूटी पाइन लाइन से रोजाना हजारों लीटर पानी बह कर बर्बाद हो रहा है. इस कॉलोनी में करीब 40 घर है. इधर, इस मामले में ठेकेदार लालधारी साव से बात करने पर उन्होंने कोई ठोस जवाब नहीं दिया. लोहे का पाइप लगाने से इंकार किया है. हालांकि, प्रबंधन ने कहा कि ठेकेदार ने गलत किया है. उसे लोहे का पाइप लगाना चाहिए. पाइप लगाने के लिए ठेकेदार को निर्देश दे दिया गया है. मौके पर पार्वती देवी, आशा देवी, राजो देवी, गुड़िया देवी, नीतू देवी, सोनी देवी, काजल देवी, परवा देवी, लीलावती देवी, जमुना देवी, दशमी देवी, सुनीता देवी, उर्मिला देवी, लक्ष्मी देवी, गणेश मांझी उपस्थित थे. महिलाओं ने कहा कि आगे वह परियोजना पदाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगी.
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