मधुपुर. शहर के शेखपुरा स्थित काली मंदिर में वार्षिक काली पूजा धूमधाम के साथ संपन्न हो गयी. इस अवसर पर आसपास से आये दर्जनों लोग पूजा में शामिल हुए. पुरोहित केशव मिश्रा ने विधि विधान पूर्वक श्रद्दालुओं को पूजा अर्चना करायी. उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष काली मंडा पूजा समिति द्वारा मां काली की पूजा धूमधाम के साथ की जाती है. पूजा में बकरे व कबूतर की बलि दी जाती है. वही चटिया राहुल कुमार ने चटिया झूपते हुए लोगों के दुखो के निवारण किये जाने की बात कही. मौके पर भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. पूजा को सफल बनाने में समिति के मिंटू घोष, बम बागची, विजय दास, देवी भुईंया, संदीप पासवान, कृष्ण कुमार रजक, राहुल कुमार रजक, मंटु दास, शिव रवानी, सपन मिश्रा व अन्य थे.
मंदिर में दो सौ सालों से हो रही है पूजा
ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर कई वर्षो पुराना है और यहां पारंपरिक पूजा का आयोजन होता है. गंवाली पूजा वार्षिक व मनसा माता रानी की पूजा होती है. प्राचीन काल में यहां एक वट वृक्ष और माता की पिंडी हुआ करती थी. कालांतर में कुछ भक्तों के सहयोग से मंदिर का निर्माण हुआ. यहां बलि प्रथा की भी परंपरा है. पाठा और कबूतरों की बलि दी जाती है. मंदिर के पुजारी अपने पूजा में लगे रहते हैं और चटियां पूरे गांव का भ्रमण करते है. पूजा के पहले तीन दिनों तक महिलाओं का कीर्तन संध्या काल में आयोजित किया जाता है.
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