भरगामा. प्रखंड क्षेत्र के सिरसिया कला पंचायत वार्ड संख्या 05 स्थित ग्राम देवता राम ठक्कूर बाबा का स्थान आसपास के क्षेत्रों के लिए आस्था के साथ साथ ज्ञान का केंद्र भी बनता जा रहा है. लगभग 100 वर्ष पूर्व पुराने ग्राम देवता की पूजा सच्चे मन से करने वालों की मन्नतें तो पूरी होती ही है. साथ ही सच्चे मन से आराधना करने वालों के लिए ज्ञान का मार्ग भी प्रशस्त होता है. ग्राम देवता के आशीर्वाद से ही आज इस गांव के दर्जनों लोग ऊंचा स्थान प्राप्त कर देश-विदेश में विभिन्न पदों पर कार्यरत होकर अपने गांव की नहीं बल्कि जिले का नाम रौशन कर रहे हैं. ग्राम देवता की पूजा समस्त ग्रामीणों के नाम से संकल्पित होकर सवा लाख महादेव पूजा के साथ नौ आवृत्ति दुर्गा पाठ किया जाता है. पूजा-अर्चना के बाद 108 कुमारी कन्याओं व 108 ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है. साथ ही सभी ग्रामीण एकजुट होकर अपने गांव समाज के साथ साथ देश वासियों के सुख समृद्धि व शांति के लिए अपने ग्राम देवता के दरबार में प्रार्थना करते हैं. स्थानीय जानकारों के मुताबिक इसी गांव में अपूछ झा नाम के विद्वान् हुआ करते थे. जिन्होंने ग्राम देवता की कृपा से दरभंगा महाराज रामेश्वर सिंह के दरबार में न्याय शास्त्र के विषय में अपना परचम लहराया था. न्याय शास्त्र में उनके विचारों से अभिभूत होकर दरभंगा महाराज ने महा विद्वान अपूछ झा को सोने का जनेऊ व ताम्र कलश देकर सम्मानित किया था. इसी मान्यता व विश्वास के अभिभूत प्रति वर्ष ग्राम देवता की वार्षिक पूजा महोत्सव मनाया जाता है..
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