मुजफ्फरपुर.
बदलते मौसम और गर्मी से लोग बीमार पड़ने लगे हैं. लोग डिहाइड्रेशन के शिकार हो जा रहे हैं. उल्टी, दस्त व पेट दर्द की शिकायतें तेजी से बढ़ी हैं. बुखार के साथ इन परेशानियों को लेकर मरीज सरकारी अस्पताल पहुंच रहे हैं. अस्पतालों की ओपीडी में 50 फीसदी मरीज इन्हीं बीमारियों के पहुंच रहे हैं. जबकि 15 फीसदी मरीजों ने बीपी की दिक्कत बतायी. यह समस्या युवाओं में अधिक है. गर्मी के कारण दाद, खाज, खुजली व लाल चकत्ते की समस्या को लेकर भी लोग डाॅक्टर के पास पहुंच रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से तापमान में उतार-चढ़ाव को लेकर अधिक लोग बीमार हो रहे हैं. पिछले तीन से चार दिन में तापमान 30 से 40 डिग्री तक पहुंच गया है. डॉ सीके दास का कहना है कि हवा में नमी और धूप से बढ़ी गर्मी के कारण शरीर से पसीना निकल रहा है. पसीने के साथ शरीर से सोडियम, पोटेशियम भी बाहर निकल जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो रहा है. लोग पानी तो पी रहे हैं पर उससे प्यास नहीं बुझ रही, क्योंकि शरीर में पानी की कमी को केवल पानी से पूरा नहीं किया जा सकता. इसके लिए जरूरी है कि नमक व चीनी के साथ में घोल लिया जाए या फिर इलेक्ट्राॅल पाउडर एक लीटर पानी में घोलकर पिया जाए. पसीने से भीगे कपड़े पहनने से हो रहे त्वचा रोगइस वक्त खुजली, दाद, लाल चकत्ते की समस्या लोगों में तेजी से बढ़ी है. क्योंकि पसीना निकलने पर वह शरीर पर जमा रह जाता है. पसीने से भीगे कपड़े अधिक समय तक पहने रहने से खुजली की समस्या होती है. इसी तरह लाल चकत्ते भी हो जाते हैं. परेशानी से बचने के लिए शरीर की सफाई रखें और गीले कपड़े न पहनें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है