बिहारशरीफ. डाक विभाग ने डाक निर्यात केंद्र से मुफ्त निबंधन कराते हुए विश्व व्यापार करने का मौका देकर नालंदा को व्यापार हब के रूप में विकसित करने की पहल की है. जिससे हर गांव की हस्तकला सहित अन्य उत्पाद को किसी भी देश में पहुंचा कर रोजगार के नये अवसर पैदा करने की पहल की गयी है. डाक विभाग की इस पहल से स्थानीय थोक एवं खुदरा व्यापारियों को अपना व्यवसाय बढ़ाने नया रास्ता मिला है. स्थानीय प्रधान डाकघर बिहारशरीफ में डाक निर्यात केंद्र से जुड़ने वाले छोटे व्यापारियों की संख्या में तेजी आई है. नालंदा के डाक अधीक्षक कुंदन कुमार ने बताया कि इन दिनों जिले के कई व्यवसायी अपने उत्पादों को डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से विदेश में निर्यात करने में लगे हैं ताकि देश का सामान विदेश में निर्यात किया जा सके और छोटे व्यापारियों को अधिक से अधिक मुनाफा हो. इस काम को आसान करने के लिए भारतीय डाक विभाग ने डाक निर्यात केंद्र कस्टमर पोर्टल लॉन्च किया है. जिसका फायदा जिले के कई थोक एवं खुदरा व्यापारी उठा रहे हैं.
इस कड़ी में सिलाव के अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त
श्री काली शाह खाजा, राजगीर के मोहित कुमार सवेरा हेल्प ट्रेडर्स, सचिन कुमार गोल्डफिश फेब्रिकेशन, मंजू देवी सवेरा संपूर्ण फर्म समेत जिले के कई व्यवसायी इस पोर्टल का लाभ ले रहे हैं और जिले के व्यापारी अपने-अपने उत्पादों को विदेश में निर्यात करने का कार्य कर रहे हैं. इसके माध्यम से लोग स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ, चायपत्ती, ड्राइंग पेंटिंग, चार्ट पेपर सहित इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं का निर्यात कर अपने व्यवसाय का विस्तार करने में लगे हैं. डाक अधीक्षक ने बताया कि डाक विभाग का लक्ष्य जिले के हरेक व्यवसाय करने वाले रजिस्टर्ड व्यापारियों को इस सुविधा से लाभान्वित करना और उन्हें अपने व्यवसाय को विस्तार करने में सहायता प्रदान करना है. जिससे उन्हें कम खर्च पर अपने सामान को विदेश में निर्यात करने मे सुविधा हो.
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