मिठाई ओपी क्षेत्र के भान टेकटी स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के समीप शनिवार की देर रात एक एलआइसी एजेंट को तीन अज्ञात अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर लूटपाट किया. इस दौरान अपराधियों ने तीन राउंड फायरिंग किया. जिसमें एक गोली एलआइसी एजेंट कैलाश पासवान के जांघ में लगी. गोली फायरिंग की आवाज सुनते ही स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गयी. इसके बाद घायल एलआइसी एजेंट को आनन-फानन में सिंहेश्वर स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के बाद घायल एजेंट खतरे से बाहर बताया जा रहा है. घटना की जानकारी मिलते ही मिठाई ओपी प्रभारी मितेंद्र प्रसाद घटना स्थल पर मामले की छानबीन में जुट गए. इसी दौरान तीनों अपराधियों ने कैलाश पासवान से छीनी हुई बाइक को घटनास्थल से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर जाकर छोड़ दिया और फिर तीनों अपराधी भाग निकले. इसके बाद पुलिस ने कैलाश पासवान के बाइक को जब्त कर लिया है. वहीं बताया गया कि मामले की छानबीन की जा रही है.
घटना को अंजाम देने पैदल ही आए थे अपराधी घायल एजेंट स्थानीय भान टेकटी वार्ड संख्या दो निवासी कैलाश पासवान है, जो हर दिन की तरह शनिवार की रात को भी बाजार से कलेक्शन कर अपने घर जा रहा था. इस दौरान टेकटी स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल के समीप मोड़ पर पहले से घात लगाए खड़े तीन अज्ञात अपराधियों ने एजेंट कैलाश पासवान को रोका और हाथापाई करने लगा. इसी दौरान एक अपराधी ने गोली फायरिंग शुरू कर दिया. इसके बाद तीनों अपराधियों ने कैलाश पासवान का बाइक लेकर पिपराही की ओर फरार हो गया. बताया जाता है कि तीनों अपराधी पैदल ही घटना को अंजाम देने के लिए घटनास्थल पर मौजूद था. मिठाई ओपी प्रभारी मितेंद्र प्रसाद ने बताया कि आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.चेक पोस्ट पर लगातार जांच होने से घटनाओं का ग्राफ हो सकता है कम
लोकसभा चुनाव का मधेपुरा में तीसरे चरण के मतदान के बाद आपराधिक घटनाओं का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ रहा है. दिन प्रतिदिन हत्या, लूट, गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर अपराधी पुलिस को चुनौती दे रहे है. बता दे कि लोकसभा चुनाव को लेकर जिले के विभिन्न सीमाओं पर बनाए गए चेक पोस्ट जहां पुलिस पदाधिकारी व दंडाधिकारी के समक्ष पुलिस के जवानों के द्वारा आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के दृष्टिकोण से सघन वाहन जांच कर हथियार, शराब एवं अवैध समान के तलाश में पुलिस जुटी थी. जिसको लेकर क्षेत्र में आपराधिक प्रवृति के लोगों में भय का माहौल बना था. जिससे आपराधिक घटनाओं में कमी आयी थी. लेकिन अब मधेपुरा में मतदान खत्म होते ही चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारी व जवान को हटा दिया गया है. जिसके बाद अब प्रतिदिन कहीं न कहीं अपराधियों के द्वारा लूट व गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस प्रशासन का पोल खोलते हुए पुलिस को चुनौती देता है. जानकार लोगों का मानना है कि चेक पोस्ट रहने से घटना नहीं होती थी. इस पर विभाग के द्वारा आगे भी निरंतर चेक पोस्ट के कार्यवाही को चलाये जाने से इस तरह की घटना पर रोक लगायी जा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है