केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को 10वीं और 12वीं के नतीजे घोषित कर दिये. 12वीं में 24,068 छात्रों के 95 प्रतिशत एवं इससे अधिक अंक आये, वहीं 10वीं में यह संख्या 47,983 रही. दोनों ही कक्षाओं में लड़कियों ने लड़कों को पीछे छोड़ दिया. कई छात्र ऐसे भी हैं, जो इन परीक्षाओं में अपने अंक को लेकर संतुष्ट नहीं हैं. ऐसे छात्रों के लिए सीबीएसई 17 मई से अंक सत्यापन और पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है. आप इस सुविधा का लाभ उठा कर अपने अंकों का सत्यापन एवं पुनर्मूल्यांकन करा सकते हैं.
इस प्रक्रिया में शामिल होंगे कई चरण
सीबीएसई ने अंकों के सत्यापन एवं पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए एक कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है, जिसकी शुरुआत 17 मई से होगी. इस तिथि को 12वीं के अंकों के सत्यापन एवं पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू की जायेगी और 20 मई को 10वीं के अंकों के सत्यापन एवं पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू होगी. इस प्रक्रिया में कई चरण शामिल होंगे, जिनमें अंकों का वेरिफिकेशन, फोटोकॉपी का अनुरोध और विशिष्ट प्रश्नों का पुनर्मूल्यांकन शामिल है, यह सभी ऑनलाइन कंडक्ट किये जायेंगे. प्रत्येक चरण के लिए शुल्क लागू होगा, जो 500 से 1000 रुपये प्रति विषय तक होगा. शुल्क के बारे में विस्तार से जानने के लिए छात्र सीबीएसई की वेबसाइट देख सकते हैं.
कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
दसवीं के छात्र 20 से 24 मई तक अंकों के वेरिफिकेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं. आंसरशीट की फोटोकॉपी के लिए 4 एवं 5 जून को आवेदन करना होगा. वहीं पुनर्मूल्यांकन के लिए 9 एवं 10 जून को आवेदन करना है. इसी तरह 12वीं के छात्र 17 से 21 मई तक अंकों के वेरिफिकेशन, 1 व 2 जून को आंसरशीट की फोटोकॉपी और 6 व 7 जून को पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकेंगे.
जानें चरण-दर-चरण प्रक्रिया
अंक सत्यापन एवं पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में तीन चरण होंगे, ये सभी सीबीएसई पोर्टल cbse.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन कंडक्ट किये जायेंगे. छात्रों को ऑफलाइन किसी तरह का फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं है.
चरण 1 : सबसे पहले, उम्मीदवारों को सत्यापन के लिए आवेदन करना होगा. इस दौरान बोर्ड कुल अंकों की समीक्षा करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि सभी प्रश्नों को परीक्षक द्वारा उचित रूप से चिह्नित किया गया है. सत्यापन अनुरोध का परिणाम वेबसाइट पर पोस्ट किया जायेगा, जिसके परिणामस्वरूप संभावित रूप से अंकों में समायोजन हो सकेगा.
चरण 2 : सत्यापन के बाद, छात्र संशोधित परिणाम को स्वीकार करने का विकल्प चुन सकेंगे या अपनी उत्तर पुस्तिकाओं की फोटोकॉपी का अनुरोध करने के लिए आगे बढ़ सकेंगे. छात्र अपनी उत्तर पुस्तिकाओं की फोटोकॉपी ऑनलाइन देख सकेंगे.
चरण 3 : इस चरण के बाद आवंटित अंकों से असंतुष्ट होने पर, छात्र पूरे उत्तर पुस्तिका के बजाय विशिष्ट प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पुनर्मूल्यांकन का विकल्प चुन सकेंगे. शुल्क प्रति प्रश्न के आधार पर लिया जाता है और छात्र जितने चाहें उतने प्रश्नों का पुनर्मूल्यांकन चुन सकते हैं.
पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, बोर्ड एक नयी संशोधित मार्कशीट जारी करेगा, जिसे डिजिलॉकर के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है. हालांकि, संशोधित मार्कशीट की प्रिंट कॉपी प्रारंभिक मार्कशीट जमा करने के बाद ही उपलब्ध होगी. छात्रों एवं अभिभावक आगे की प्रक्रिया जानने के लिए अपने संबंधित स्कूलों से संपर्क कर सकते हैं. पुनर्मूल्यांकन के लिए विस्तृत निर्देश cbse.gov.in पर भी देखे जा सकते हैं, जहां आवेदन की पूरी प्रक्रिया और संबंधित शुल्क का विवरण दिया गया है.