देवघर : झारखंड के सभी जिले में सरकारी मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनाया जायेगा. इसमें ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक होगा. इसके लिए हरेक जिले में तीन से चार एकड़ जमीन की आवश्यकता है. अबतक रांची, पश्चिमी सिंहभूम, हजारीबाग, पलामू व साहिबगंज को छोड़कर किसी जिले ने जमीन उपलब्धता को लेकर विभाग को सूचित नहीं किया है. इस संबंध में सभी डीसी को परिवहन सचिव ने पत्र लिखकर जमीन के आवंटन को लेकर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है. देवघर जिला परिवहन पदाधिकारी अमर जॉन आईंद ने बताया कि जिले में सरकारी मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनना है. इसके लिए विभाग की ओर से बीते साल ही सभी जिले को सूचित किया गया था तथा जमीन को लेकर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया था. देवघर जिले में सारवां प्रखंड में जमीन देखी गयी है. इसके अलावा मोहनपुर में भी देखी जा रही है. ट्रेनिंग सेंटर बन जाने के बाद लाइसेंस लेने वाले आवेदकों को यहां से ड्राइविंग से संबंधित प्रमाण पत्र लेना होगा. उसके बाद ही लाइसेंस निर्गत होगा. वहीं भारी वाहनों के लिए भी ड्राइविंग स्कूल से प्रमाण पत्र लेने के बाद ही लाइसेंस देने का प्रावधान है. वर्तमान में देवघर जिले के आवेदक धनबाद तथा अन्य जिलों से प्रमाण पत्र के लिए वहां के ड्राइविंग स्कूल में नामांकन कराते हैं. सभी जिलों में सेंटर हो जाने से लोगों को अधिक सुविधा मिलेगी, उन्हें दूसरे जिले में जाना नहीं पड़ेगा.
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